*फूलबाग गौ लोकधाम में शिवमहापुराण कथा में श्रोताओं की उमड़ रही है भीड़
भजन और सत्कर्मों से बढ़ती है आयु: कौशिक महाराज
ग्वालियर – भजन एवं सत्कर्मों से न सिर्फ परलोक सुधरता है, बल्कि आयु भी बढ़ जाती है। इसके साथ योग, प्राणायाम, जप,जप और दान से भी व्यक्ति की आयु बढती है। कलयुग में व्यक्ति के कुकर्मों की वजह से उसकी उम्र घट रही है। यह विचार पुराण मनीषी कौशिक जी महाराज ने फूलबाग शिवलोक धाम में शिवमहापुराण की कथा के दूसरे दिन शुक्रवार को व्यक्त किए।
विधायक एवं कथा संयोजक डॉ.सतीश सिंह सिकरवार ने कथा शुभारंभ अवसर पर व्यासपीठ का पूजन किया ओर आरती की । विश्व जागरण मानव सेवा संघ द्वारा आयोजित शिवकथा महिमा का बखान करते हुए कौशिक महाराज ने कहा कि जिस घर में भगवान शिव की आराधना होती है, वहां किसी से बैर भाव नहीं होता है, जो जितनी दूर से कथा सुनने आता है, उसे उतना अधिक पुण्यफल प्राप्त होता है। शिवकथा सुनने से वंशवृद्धि बढ़ती है।
* विधवा स्त्री का सम्मान करें……
कौशिक जी महाराज ने कहा कि जिस नारी के पति नहीं होता है, भूलकर भी उसका अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से सारे पुण्य क्षीण हो जाते हैं। किसी ग्रंथ में नहीं लिखा कि विधवा स्त्री बेटी का कन्यादान नहीं कर सकती है। वो साध्वी का जीवन जीती है, उसे परेशान न करें बल्कि उसका संबल बने। अच्छी संतान के लिए सात्विक रहे ।
कौशिक जी महाराज ने बताया कि गर्भकाल में पति-पत्नी की जैसी भावना होती है, वैसी ही संतान उत्पन्न होती है। अच्छी संतान के लिए सात्विक जीवन निवर्हन करना होता है। जमीन पर सोए। सूतक वाले घर में न जाएं। संयमित रहें। जहां वासना हैं, वहां अच्छी संतान पैदा नहीं हो सकती है। ईश्वर से जुड़कर जो संतान आएगी, वो गणेश की तरह होगी।
कौैशिक महाराज ने कहा कि संपदा और संतान व्यक्ति को अभिमानी और अनाचारी बना देती हैं। रावण के पास लाखों संतान और अकूट संपदा थी जिसकी वजह से वह अंहकारी हो गया और उसका नाश हो गया।
मौत से दो दिन पहले भी व्यक्ति भगवान का भजन कर ले तो उसके सारे पाप कट जाते हैं, लेकिन माया मौत का अहसास नहीं होने देती और जिसकी वजह से व्यक्ति बिना भजन किए ही संसार से विदा हो जाता है। उन्होंने कहा कि जीवन में आनंद के लिए महादेव की पूजा करने से चूके नहीं।
संध्याकाल में सभी देवी देवता भोलेनाथ की पिंडी में विराजमान हो जाते हैं। इस दौरान एक बूंद पानी भी भोलेनाथ को चढ़ा दो, तो सभी देवी देवताओं की पूजा का फल प्राप्त हो जाता है। कौैशिक जी महाराज ने बताया कि जो वस्तु जितनी देर से मिलती है, उतनी देर तक टिकती है और जो जितनी जल्दी मिलती है, उतनी ही जल्दी चली जाती है।
कौशिक जी महाराज ने कहा कि इंद्रिया इतनी बलवान हैं कि रिश्तों को भी खंडित कर देती हैं, इसलिए बाप-बेटी, भाई-बहिन, गुरू-शिष्या को सटकर नहीं बैठना चाहिए,, क्योंकि इंद्रियां सबके वश में नहीं हैं। काम बुुद्धि पर पहला प्रहार करता है।कथा में श्रोताओं की भीड़ बढ़ती जा रही है।
*दोपहर 3 बजे शुरू होती है कथा
पं रामदेव शास्त्री ने बताया कि कथा दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक आयोजित की जा रही है, जिसका प्रसारण सत्संग चैनल पर सुबह 9 से 11 बजे तक किया जा रहा है। इस मौके पर आदित्य सिंह सिकरवार गोंची, कांग्रेस नेता प्रेमसिंह यादव,सेवा निवृत शिक्षक केपी सिंह भदौरिया, कथा परीक्षत नरेंद्र शर्मा, मनीष शर्मा, उमेश उप्पल, राम पांडे, रामबाबू अग्रवाल, दिनेश पाराशर सहित हजारों श्रद्धालु श्रेता मौजूद रहे।
कौशिक जी महाराज ने यह भी कहा……
* भगवान की कथा सुनने का मौका व्यक्ति को भाग्य से मिलता है। उन्होंने कनकेश्वर महादेव की महिमा से कथा प्रारंभ करते हुए कहा के कनकेश्वर महादेव के दर्शन करने से दुश्मन परास्त हो जाते हैं, यानी उनके मन के भाव बदल जाते हैं। मोक्ष की प्राप्ति के लिए कनकेश्वर महादेव (बनारस) का आह्वान करें सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
* शिव महापुराण कथा वाचक कौशिक जी महाराज ने कहा कि मैं ग्वालियर में घूमने नहीं आया हूँ। मैं ग्वालियर में गोवंश की रक्षा करने के लिए रूपए पैसे-लेने आया हूं। वृंदावन में हमारी गौशाला है और मैं उस गौशाला में एक छत के नीचे एक लाख गाय का संवर्धन देखना चाहता हूं। यह संकल्प जब पूरा होगा, तभी अन्न ग्रहण करूंगा। प्रतिदिन साढे बारह लाख रुपये गायों की सेवा पर खर्च होता है। आप सब श्रद्धालु और ग्वालियर वासी इस पुण्य कार्य में हाथ खोलकर अपनी सहभागिता करें। उन्होंने कहा कि गौ संवर्धन से ही भारत हर समस्या से मुक्त रहेगा।
*बगैर स्नान किए रसोई एवं मंदिर में ना जाएं, बहनों का किया आवाहन
श्री कौशिक जी महाराज ने कहा के मैं बहनों से आवाहन करता हूं कि वह ब्रह्म मुहूर्त में जागे और रसोई व मंदिर में बगैर स्नान किये नहीं जाए तथा रसोई में कभी ताला ना डालें, क्योंकि हमारे पितृ रसोई में आते हैं। प्रातः धरती का नमन करें। ऐसा करने से घर की पवित्रता बनी रहती है और घर में लक्ष्मी जी का वास रहता है।
महाराज जी ने यह भी टिप्स दिए
*श्री कौशिक महाराज ने कहा के अगर आप त्रिफला चूर्ण पानी में डालकर कुल्ला करते हैं तो आपको कभी थायराइड नहीं होगा।
*घर में बहुऐं अपनी सास को यमराज की तरह ना देखें। सास का सम्मान करने से हर पूजा पूरी हो जाती है तथा घर में सुख शांति बनी रहती है।
*महाराज जी ने कहा कि कन्यादान के समय, मकर संक्रांति, उपवास, तीर्थ यात्रा में एवं रविवार को कोई भी मौसम हो गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए। यह वेद पुराण के अनुसार नियम विरुद्ध साथ है। नहाने के बाद तेल लगाकर कभी पूजा में ना बैठे।
*पूर्व-उत्तर की दिशा में बैठकर स्नान करें, इससे मन को शांति मिलती है और बी.पी. नहीं बढ़ता है।
*पूजा के समय त्रिपुंड एवं चंदन का तिलक करें और अगरबत्ती की जगह धूप बत्ती लगाएं। इससे संपूर्ण पाप जल जाते हैं।
*शंकर भगवान की पिंडी पर बेलपत्र, चावल, जौ, तिल, गेहूं, मूंग और उड़द के दाने चढ़ाने से परिवार की हर तरह की समस्या हल हो जाती है। 1 लाख ‘जौं’ के दाने चढ़ाने से बेटी के विवाह में धन की कमी नहीं आएगी। कमल का फूल, पुष्पशंखी एवं सफेद चंदन लगाने से भी लाभ मिलता है।
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