MP Teacher Award : अफसरों की लापरवाही से शिक्षक पुरस्कार से चूका जबलपुर
कर्मचारी संघ का आरोप तय तारीख तक सूची नहीं बनी बनी, डीईओ का दावा आनलाइन भेजा प्रस्ताव
जबलपुर, मध्य प्रदेश राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार-2022 तय हो गया है। प्राथमिक और माध्यमिक श्रेणी के कुल 14 शिक्षकों का चयन हुआ है, लेकिन चयनीत शिक्षकों में जबलपुर का नाम गायब है। ये हैरान करने वाला है। इधर कर्मचारी नेताओं का दावा है कि शिक्षक चयन की प्रक्रिया में तय तारीख तक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से नाम ही नहीं भेजे गए। जिस वजह से जबलपुर को ऐसी स्थिति देखनी पड़ी। हालांकि, जिला शिक्षा अधिकारी ने आरोप का नकारते हुए कहा कि तय तारीख पर उन्होंने आनलाइन आवेदन भेज दिया था। अब चयन नहीं हुआ होगा।
ज्ञात हो कि राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान के पांच सितंबर को सम्मान होना है, इसके लिए नामों की घोषणा शनिवार को लोक शिक्षण संचालनालय से किया गया है। इसके लिए 22 जुलाई को भोपाल नाम भेजा जाना था। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 25 जुलाई तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। बताया जाता है कि मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री योगेंद्र दुबे और अध्यापक प्रकोष्ठ का प्रांताध्यक्ष मुकेश सिंह ने दावा किया कि तय तारीख तक कोई नाम नहीं विभाग को नहीं भेजा गया
ज्ञात हो कि राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान के पांच सितंबर को सम्मान होना है, इसके लिए नामों की घोषणा शनिवार को लोक शिक्षण संचालनालय से किया गया है। इसके लिए 22 जुलाई को भोपाल नाम भेजा जाना था। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 25 जुलाई तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। बताया जाता है कि मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री योगेंद्र दुबे और अध्यापक प्रकोष्ठ का प्रांताध्यक्ष मुकेश सिंह ने दावा किया कि तय तारीख तक कोई नाम नहीं विभाग को नहीं भेजा गया
इस वजह से जबलपुर के शिक्षकों का नाम चयन सूची में नहीं शामिल हुआ। दावा किया जा रहा है कि राज्य स्तर पर नाम नहीं जाने की वजह से जबलपुर के शिक्षकों का नाम राष्ट्रीय स्तर पर भी नाम भोपाल से दिल्ली नहीं जा पाएगा। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने दावा किया कि उनके विभाग की तरफ से तय तारीख से पहले आनलाइन सूची भेजी जा चुकी थी। ये इत्तेफाक है कि राज्य शिक्षक पुरस्कार में जबलपुर से किसी भी शिक्षक का नहीं चुना गया।