Ganeshotsav 2022: पंडालों में उमड़ रहे श्रद्धालु, गणपति बप्पा मोरिया के गूंज रहे जयकारे

Ganeshotsav 2022: कहीं लग रहे गणेशजी को 56 भोग तो कहीं हो रहे सांस्कृतिक आयोजन।

Ganeshotsav 2022: भोपाल राजधानी के चारों तरफ गणेशोत्सव का उत्साह देखने को मिल रहा है। कहीं गणेशजी को 56 भोग लगाए जा रहे हैं तो कहीं पंडालों में तंबोला, कुर्सी दौड़ सहित अन्य सांस्कृतिक आयोजन हो रहे हैं। शहर के अलग-अलग झांकी पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। झांकियों में गणेशजी की पूजा-अर्चना करने बड़ी संख्या में लोग आए। गणपति बप्पा मोरिया के जयकारे गूंजे। नए व पुराने शहर के अलावा शहर के उपनगर कोलार, भेल, संत हिरदाराम नगर में भी भगवान गणेशजी की भक्ति में श्रद्धालु लीन दिखे। घर-घर भी लोग गणेशजी की पूजा-अर्चना कर रहे हैं।

एमपी नगर : लड्डू वाले गणेश जी महाराज के दर्शन करने बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे। यहां गणेश जी महाराज को रोजाना 51 किलो लड्डूओं का भोग लगाया जा रहा है। जिसका प्रसाद भक्तों में वितरित किया जाता है। 10 दिनों में 551 किलो लड्डूओं का भोग लगाया जाएगा।

चिकलोद : गणेश विभिन्न देवी-देवताओं और अप्सराओं के साथ विराजित हुए हैं। सोने के रंग में सजी मूर्ति बेहद खूबसूरत लग रही है। 17 फीट ऊंची इस मूर्ति को कल्याण नगर के विकलांग कला मंदिर के मूर्तिकार राजकुमार प्रजापति ने तैयार किया है। मूर्ति को तैयार होने में चार महीने से ज्यादा का समय लगा। वहीं इसकी कीमत एक लाख 10 हजार रुपये है। नवयुवक प्रगतिशील गणेश उत्सव समिति यहां पर 1975 से गणपति को स्थापित करती आ रही है।

इतवारा : पुराने भोपाल के इतवारा में गणपति विष्णुवतार के दर्शन करते नजर आ रहे हैं। गणपति महाभारत में श्रीकृष्ण द्वारा दिखाए गए महास्वरूप के चरणों में बैठे दिख रहे हैं। 17 फीट ऊंची इस मूर्ति को बंगाल से आए मूर्तिकारों ने बनाया है। इसे बनाने में दो महीने का समय लगा। इसकी कीमत 70 हजार रुपये है, जो आकर्षक का केंद्र बना हुआ है।

बीमाकुंज : उपनगर कोलार के बीमाकुंज में मंदिर बनाया गया है। इसमें गणेशजी की प्रतिमा को विराजित किया गया है। बड़ी सांख्या में श्रद्धालु गणेशजी के दर्शन करने आ रहे हैं। कोरोना के कारण झांकी समिति ने गणेशजी को दो साल से विराजित नहीं किया था। इस बार श्रद्धालुओं का दोगना उत्साह देखने को मिल रहा है।

 

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