ग्वालियर व अंचल में 15 तक गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण मानसून सक्रिय रहेगा। 15 सितंबर तक गरज-चमक के साथ वर्षा के आसारहैं।
ग्वालियर मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण मानसून सक्रिय रहेगा। 15 सितंबर तक गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार हैं। 10 व 11 सितंबर को अच्छी वर्षा दर्ज हो सकती है। कम दवाब का क्षेत्र उड़ीसा-आंध्रा के बीच सक्रिय है। यह मजबूत होकर आगे बढ़ेगा, तब वर्षा की गतिविधि में तेजी आएगी। बंगाल की खाड़ी में बने कम दवाब के क्षेत्र की वजह से मानसून सक्रिय हो गया है। शुक्रवार को शहर सहित आसपास गरज-चमक के साथ कहीं बूंदाबंदी हुई तो कहीं झमाझम वर्षा हुई।
बंगाल की खाड़ी से नमी आने की वजह से शहर में सुबह से ही उमस भरी गर्मी शुरू हो गई थी। लोग पसीना से तरबतर थे। जून व जुलाई जैसी गर्मी का अहसास रहा। दोपहर 12 बजे के बाद गर्मी और बढ़ गई। गर्मी के कारण शहर का मौसम बदल गया। आसमान बादल छा गए। लश्कर क्षेत्र में तेज वर्षा दर्ज हुई। सिटी सेंटर व थाटीपुर पर हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने 0.9 मिमी वर्षा दर्ज हुई। गरज-चमक के साथ हुई वर्षा से शहर को उमस से राहत मिल गई। अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई। सामान्य से 1.4 डिसे अधिक रहा।
सीबी क्लाउड से खंड वर्षा हुई, बिजली गर रही
गर्मी व नमी के कारण स्थानीय प्रभाव से सीबी क्लाउड (क्यूमिलोनिंबस क्लाउड) बन रहे है। ये गरज-चमक के साथ वर्षा करते हैं। इन बादलों से कहीं भारी वर्षा होती हो है तो कहीं बूंदाबांदी दर्ज होती है।
– इन बादलों में गर्जना व बिजली गिरने की घटनाएं अधिक होती हैं। मानसून सीजन के दौरान ये बादल ज्यादा बनते हैं। शुक्रवार को गर्मी के कारण सीबी क्लाउड बन गए थे। इस कारण बिजली गिरने की घटना हुई।
पांच दिनों तक शहर सहित जिले में सीबी क्लाउड से वर्षा की संभावना है। इस दौरान सावधानी बरतना जरूरी है। मौसम विभाग के अनुसार इलेक्ट्रोनिक सामान के उपयोग से बचें। पेड़ों के नीचे आश्रय न लें। वज्रपात के दौरान पानी में न खड़े हों। तत्काल बाहर निकल आएं।
अधिकतम तापमान-34.5 डिसे
न्यूनतम तापमान-26.4 डिसे
शहर की कुल वर्षा-575.5 मिमी
वर्षा-0.9 मिमी