Jabalpur Crime News : दस लाख रुपये के जेवर लेकर भागा जालसाज

सोने-चांदी के जेवरात बनाने वाले एक कारीगर से शातिर जालसाज ने दस लाख रुपये कीमत के जेवरात बनवाए।

सोने-चांदी के जेवरात बनाने वाले एक कारीगर से शातिर जालसाज ने दस लाख रुपये कीमत के जेवरात बनवाए। फिर जेवर लेकर उसे घर बुलाया। कारीगर जेवर देने पहुंचा तो जालसाज जेवर लेकर बिना रकम दिए भाग गया। गोरखपुर पुलिस ने कारीगर की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी एवं अमानत में ख्यानत का प्रकरण दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरु कर दी है।

गोरखपुर पुलिस ने बताया कि मूलत: पश्चिम बंगाल निवासी श्यामपदा दास उर्फ सिंटू कोतवाली दीक्षितपुरा में करीब दस साल से रह रहा है। वह एक आभूषण दुकान में सोने के जेवर बनाने का काम करता है। कुछ समय पहले उसकी पहचान दीपक सोनी के माध्यम से शिवजी मिश्रा से हुई। शिवजी ने उससे दस दिन पहले 97 ग्राम वजनी सोने के जेवरात बनवाए। जिसका पेमेंट शिवजी ने उसे चार लाख 50 हजार रुपये नकद किया और जेवरात लेकर चला गया। इसके बाद श्यामपदा को शिवजी ने और जेवरात बनाने के लिए कहा।

शिवजी ने अपनी मां के 45 ग्राम वजनी जेवरात गांव से बुलवाए। शिवाजी से प्राप्त रकम से उसने 85 ग्राम और सोना खरीदा। उन सब को मिलाकर कुल 203 ग्राम वजनी सोने के कुल 13 नग पेंडल बनाए। जेवर बनाने के बाद 11 सितंबर को दोपहर करीब डेढ़ बजे श्यामपदा अपने साथी आलोक पाल के साथ शिवजी के अवतार कांप्लेक्स के फ्लैट क्रमांक चार में पहुंचा। उसने शिवजी को दस लाख रुपये कीमती सोने के जेवरात दिए। शिवजी ने जेवरात देखे और अंदर से रकम लाकर देने की बोलते हुए घर के भीतर चला गया। टीआइ एसपीएस बघेल ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे में आरोपित का फोटो मिला है, जिसके आधार पर आरोपित की पहचान कर पता लगाया जा रहा है।

पीछे के दरवाजे से भागा-

जेवर लेने के बाद काफी देर तक जब शिवजी कमरे में नहीं आया। श्यामपदा और आलोक कुछ देर इंतजार किए। फिर उसे देखने के लिए अंदर गए। तब पता चला कि वह पीछे के दरवाजे से भाग चुका है। दोनों ने आसपास उसकी तलाश की, लेेकिन शिवजी कहीं नहीं मिला।

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