Trapped in Lift : जबलपुर रेलवे स्टेशन की लिफ्ट में फंसे तीन अग्निवीर, ढाई घंटे की मशक्कत के बाद निकाला जा सका
जबलपुर के रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक पांच पर स्थित लिफ्ट में तीन युवक फंस गए। इन युवकों को ढाई घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। ये तीनों युवक अग्निवीर भर्ती में हिस्सा लेने आए थे।
जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक पांच पर स्थित लिफ्ट में तीन युवक फंस गए। इन युवकों को ढाई घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। ये तीनों युवक अग्निवीर भर्ती में हिस्सा लेने आए थे। रेलवे स्टाफ और लिफ्ट की देखरेख करने वालों ने बताया कि इन तीनों युवकों के लिफ्ट में फंसे होने की जानकारी रात करीब नौ बजे लगी। इसके बाद से इनको बाहर निकाले जाने का प्रयास शुरु हुआ। रात 11बजकर 35 मिनट पर लिफ्ट का दरवाजा टेम्पर करके इन युवकों को बाहर निकाला गया।
लिफ्ट में फंसे युवकों के नाम गोविंद सिंह (कटनी) और बृजेश कुमार शाह व दीपक कुमार शाह (सिंगरौली) है। उन्होंने बताया कि वे लोग प्लेटफार्म क्रमांक पांच से बाहर निकलने के लिए लिफ्ट के माध्यम से फुट ओवर ब्रिज पर जा रहे थे, इसी दौरान लिफ्ट अटक गई। उन्होंने काफी देर लिफ्ट का दरवाजा खुलने का इंतजार किया। जब दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने दरवाजे को पीटना चालू किया, जिससे लोगों को उनके अंदर फंसे होने का पता चला।
सुविधा के लिए लगीं लिफ्ट हो गई बेकार
रेलवे ने स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक एक, पांच व छह में यात्रियों की सुविधा के लिए लिफ्ट लगवाईं थीं। कुछ समय तक तो ये लिफ्ट ठीक-ठाक चलीं, लेकिन समय बीतने के साथ ही रखरखाव के अभाव में इन लिफ्टों की हालत खराब होने लगी।
आपात स्थिति से तत्काल निपटने में नाकाम..?
शनिवार की देर रात हुई ताजा घटना ने इस बात की पोल भी खोल दी कि ऐसी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कैसी है..? इस घटना में यात्री ढाई घंटे से ज्यादा लिफ्ट में फंसे रहे। किस्मत अच्छी रही कि फंसने वालों में कोई बुजुर्ग या हृदय रोगी नहीं रहा। कमोवेश ऐसी ही स्थिति एस्केलेटरों की भी है। कब बिगड़ जाएं और फिर कब बने इसका कोई भरोसा नहीं।