रतनपुर के मां महामाया मंदिर में विदेशी भक्तों का भी होगा मनोकामना ज्योतिकलश
छत्तीसगढ़ ही नहीं देश-विदेश से रतनपुर के महामाया मंदिर में मनोकामना ज्योतिकलश प्रज्जवलित करने भक्त बुकिंग के लिए संपर्क कर रहे हैं। मंदिर ट्रस्ट की मानें तो कोराना महामारी के बाद इस साल विदेशी भक्तों की संख्या में वृद्धि होगी।
बिलासपुर शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से प्रारंभ होने जा रहा है। मां महामाया मंदिर ट्रस्ट रतनपुर में जोर-शोर से तैयारी चल रही है। मनोकामना ज्योतिकलश बुकिंग कराने श्रद्धालु भक्त में होड़ मची हुई है। छत्तीसगढ़ ही नहीं देश-विदेश से मनोकामना ज्योतिकलश प्रज्जवलित करने भक्त बुकिंग के लिए संपर्क कर रहे हैं। मंदिर ट्रस्ट की मानें तो कोराना महामारी के बाद इस साल विदेशी भक्तों की संख्या में वृद्धि होगी।
महामाया देवी मंदिर के व्यवस्थापक संतोष शर्मा ने बताया कि इस बार 25000 ज्योतिकलश प्रज्जवलित होंगे। कोविड-19 महामारी के बाद परिस्थितियां सामान्य होने के बाद इस साल देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तों के पहुंचने की उम्मीद है। बुकिंग के लिए अलग-अलग जगहों में काउंटर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा आनलाइन बुकिंग भी की जा रही है। इसे लेकर भक्तों में उत्सह है। प्रतिदिन बुकिंग के लिए अलग-अलग देशों से भी भक्त संपर्क कर रहे हैं। नवरात्र को लेकर रतनपुर सहित शहर के सभी देवी मंदिरों में इन दिनों बैठकों का दौर जारी है। रंग-रोगन से लेकर साफ-सफाई का काम चल रहा है।
महासप्तमी पदयात्रा के दिन बसों की सुविधा
कालरात्रि यानी महासप्तमी पर रतनपुर पहुंचने वाले हजारों पदयात्रियों की वापसी के लिए 50 बसें की व्यवस्था की जाएगी। प्रकाश, पेयजल , प्रवेश द्वार पर बैरिकेट, ध्वनि सिस्टम, साफ सफाई की विशेष व्यवस्था होगी। बड़ी संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष की तरह यहां प्रशासनिक स्टाल भी लगाए जाएंगे। इसमें स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा।
शारदीय नवरात्र तिथि
दिनांक — वार — तिथि — पूजन
26 सितंबर — सोमवार — प्रतिपदा — शैलपुत्री
27 सितंबर — मंगलवार — द्वितीय — ब्रम्हाचारिणी
28 सितंबर — बुधवार — तृतीया — चंद्रघंटा
29 सितंबर — गुरुवार — चतुर्थी — कृष्णांडा
30 सितंबर — शुक्रवार — पंचमी — स्कंदमाता
01 अक्टूबर — शनिवार — षष्ठी — कात्यायनी
02 अक्टूबर — रविवार — सप्तमी — कालरात्रि
03 अक्टूबर सोमवार — अष्टमी — महागौरी
04 अक्टूबर — मंगलवार — नवमीं — सिद्धदात्री