Mahakal Lok Lokarpan: महाकाल की नगरी में घर-घर सजेगी रंगोली, मुख्यमंत्री बोले-ये जन-जन का कार्यक्रम
Mahakal Lok Lokarpan: उज्जैन में पांच से 11 अक्टूबर तक आयोजित की जाएंगी विभिन्न गतिविधियां। मुख्यमंत्री ने की महाकाल मंदिर परिसर लोकार्पण की तैयारियों की समीक्षा। इस मौके पर पूर्ण गरिमा और भव्यता के साथ महाकाल की सवारी निकाली जाएगी।
Mahakal Lok Lokarpan: भोपाल विस्तारीकरण के बाद भव्य रूप में तैयार महाकाल परिसर के लोकार्पण पर उज्जैन नगरी के हर घर-दुकान में रंगोली सजाई जाएगी। बाहर से आने वाले अतिथियों को उत्साह के साथ शिवमय वातावरण का अनुभव होगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही। वे मंगलवार को अपने आवास से महाकाल परिसर के लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।
निकलेगी भव्य सवारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ण गरिमा और भव्यता के साथ महाकाल की सवारी निकाली जाएगी, देवस्थलों में भजन, कीर्तन और सुंदरकांड का पाठ होगा। पंडित सुखदेव चतुर्वेदी श्लोकों की प्रस्तुति देंगे। साथ ही क्षिप्रा आरती, संत-समागम और संतों के सम्मान के लिए कार्यक्रम होंगे। विश्वविद्यालयों में धर्म संस्कृति के विभिन्न आयामों पर परिसंवाद भी होंगे।
अक्टूबर को उज्जैन में रहेगा स्थानीय अवकाश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन में महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद जनसभा भी होगी। इसे देखते हुए 11 अक्टूबर को उज्जैन में स्थानीय अवकाश रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा की। आमजन भी आयोजन को लेकर अपने सुझाव कलेक्टर को दे सकते हैं। इस पर निर्णय समिति के सदस्य करेंगे
महाकाल लोक के लोकार्पण के लिए बनाई आयोजन समिति की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में इस दिन दीपावली के पूर्व दीपोत्सव होगा। हर घर दीपक जलाए जाएंगे। उच्च शिक्षा मंत्री डा.मोहन यादव ने कहा कि लोकार्पण समारोह को भव्यता प्रदान करने के लिए दशहरा पर भगवान महाकालेश्वर की सवारी को भव्य रूप प्रदान किया जाएगा। उज्जैन के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में देवस्थानों पर रोशनी की जाएगी। सुंदरकांड और भजन होंगे। भगवान महाकालेश्वर के प्राकट्य पर आधारित नाट्य होगा। पूरे शहर में अलग-अलग स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और संतों का समागम होगा।
10 और 11 अक्टूबर को रूद्राभिषेक और अन्य धार्मिक आयोजन तथा अनुष्ठान किए जाएंगे। बैठक में माधव रंगनाथाचार्यजी महाराज, महंत रामेश्वरदास, बालयोगी उमेशनाथजी महाराज, महंत शांति स्वरूपानंदजी महाराज, आचार्य शेखरजी महाराज, महंत विनीत गिरीजी, महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी पं. घनश्याम गुरु, माखनसिंह, प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक बहादुरसिंह चौहान, इस्कान मंदिर के प्रतिनिधि, कलेक्टर आशीष सिंह सहित वरिष्ठ नागरिक उपस्थिति थे।