नशें की चीजों का स्त्रोत खत्म करना है
रामचंद्र मिशन के अध्यक्ष कमलेश पटेल ने कहा कि हमे नशे का स्त्रोत खत्म करना है। उन्होंने कहा कि मिशन की तरफ से एक नशामुक्ति एप शुरू किया जा रहा है। इसमें क्रोध, सेक्स की लत, अश्लील सामग्री देखने की लत को कैसे कम कर सकते हैं, इसके बारे में जानकारी मिल जाएगी।
सामाजिक न्याय विभाग के प्रमुख सचिव ने अभियान की रूपरेखा बताई। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक किया जाएगा। नशीली चीजों की आपूर्ति भी कम करने के लिए आबकारी विभाग और पुलिस की मदद ली जाएगी। नशामुक्ति अभियान के मौके पर आरोग्य भारती के संगठन सचिव अशोक वार्ष्णेय ने कहा कि नशे का चलन तेजी से बढ. रहा है। परिवार के लोग चाहें तो स्वजन को नशे की लत से बाहर ला सकते हैं। देव संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा. चिन्मय पंडया ने कहा कि 10 से 12 कराे्ड. लोग देश में नशे की लत में हैं।
इसके साथ जिला, अनुभाग, ग्राम और नगरीय निकाय स्तर पर नशामुक्ति अभियान, सभाएं और शपथ ग्रहण कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। अभियान में नशामुक्त हो चुके लोगों के प्रेरणादायी अनुभव भी साझा किए जाएंगे। अभियान का समापन 30 नवंबर को होगा।
अभियान के तहत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में ऐसे लक्षणों की जानकारी दी जाएगी, जिससे घर के बड़ों को पता चल जाए कि बच्चा नशा की ओर आकर्षित हो रहा है। ताकि उसे समय से रोका जा सके। नशामुक्ति अभियान के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय और एसडीएम की अध्यक्षता में अनुभाग स्तर पर समितियां गठित की गई हैं। नशा करने वाले और आकर्षित होने वाले व्यक्तियों को इससे मुक्ति दिलाने के लिए नशामुक्ति शिविर लगेंगे। शिविरों में लोगों को बताया जाएगा कि नशामुक्ति केंद्र, हेल्पलाइन 14446 से क्या सुविधाएं दी जा रही हैं। इसके अलावा स्कूल और कालेजों में लघु फिल्म, व्याख्यान, विद्यार्थियों की पाती अपनों के नाम, वाद-विवाद प्रतियोगिता सहित छह दिवसीय अन्य कार्यक्रम होंगे। विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
धर्मगुरुओं का भी लेंगे सहयोग
अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन, स्वयंसेवी एवं अशासकीय संस्थाओं, धर्मगुरुओं, सेलीब्रिटी, स्व-सहायता समूह, ग्राम वन समितियों, जनअभियान परिषद, नेहरु युवा केंद्र, नगर सुरक्षा समितियों और स्थानीय गणमान्य नागरिकों का भी सहयोग लिया जा रहा है।