Indore Crime News : इंदौर में ड्रग्स-शराब के झगड़े में चली गोलियां, तीन गुंडे गिरफ्तार, पिस्टल जब्त
Indore Crime News : गैंगवार : पुलिस आयुक्त को शिकायत करने का शक था, नेता-कालोनाइजर से जुड़े आरोपित, आरोपितों पर इंदौर के कई थानों में दर्ज हैं केस, गोलीकांड में शामिल एक आरोपित की तलाश कर रही पुलिस।
Indore Crime News : इंदौर के कबीटखेड़ी में गोलियां चलाने वाले तीन गुंडोें को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों ने ड्रग्स और शराब के धंधे में वर्चस्व को लेकर गोलियां चलाई हैं। आरोपितों को शक था कि पुलिस आयुक्त को हुई शिकायत में उनका नाम बताया गया है।
हीरानगर टीआइ दिलीप कुमार पुरी के मुताबिक, घटना शुक्रवार रात की है और कमलेश उर्फ आशु हंसारी से प्रथम सूचना मिली थी। आशु कुछ दिनों पूर्व ही राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) से मुक्त हुआ था। उस पर अड़ीबाजी, मारपीट, जानलेवा हमले के कई प्रकरण दर्ज है। आशु ने पुलिस को बताया कि देर रात वह घर के बाहर खड़ा था। इसी बीच दो बाइक (पल्सर) पर आरोपित विक्की निंजे, गोलू महादेव, दीपक तिवारी और नीरज तिवारी आए और दनादन चार गोलियां (फायर) चला दी। हालांकि, उसे गोली लगी नहीं। इसके बाद पुलिस ने शनिवार सुबह तीन आरोपित नीरज, गोलू और विक्की को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों के पास पिस्टल भी जब्त की।
टीआइ के मुताबिक, दीपक हीरानगर, लसूड़िया, विजय नगर व परदेशीपुरा क्षेत्र में ड्रग्स का व्यापार करता है। विक्की अवैध शराब सप्लाई करता है। उसके खिलाफ कनाड़िया, चंदन नगर, हीरानगर, किशनगंज और भंवरकुआं थाने में कई केस दर्ज हैं। दीपक को शक था कि आशु ने पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र को उसकी मुखबिरी कर दी है। विक्की से भी उसकी मारपीट हो चुकी है। गोलू भी शराब तस्करी में लिप्त है। शुक्रवार रात आरोपितों ने शराब पी और आशु को डराने के उद्देश्य से घर के आसपास गोलियां चलाई और भाग गए। टीआइ के मुताबिक दीपक फिलहाल फरार है।
भाजपा विधायक और पार्षदों ने की थी पुलिस आयुक्त को शिकायत
माही गोलीकांड को लेकर पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र से मिले भाजपा विधायक रमेश मेंदोला और पार्षदों ने ड्रग्स-शराब माफिया पर कार्रवाई की मांग की थी। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान पार्षदों ने दीपक, विक्की, आशु का नाम भी बताया गया था। यह भी कहा था कि दोनों गैंग को भाजपा नेता और कालोनाइजर का संरक्षण प्राप्त है। बदमाशों के होर्डिंग और पोस्टर में फोटो लगे रहते हैं। ये खबर शाम तक गुंडों तक पहुंच गई। आरोपितों को शक था कि आशु ने ही उनका नाम बताया है।