Shashi Tharoor in Bhopal: मप्र कांग्रेस के स्वागत से अभिभूत हुए शशि थरूर, कमल नाथ को दिया धन्यवाद

कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रत्याशी थरूर ने कई राज्यों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों के न मिलने पर जताई थी आपत्ति। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधियों से कहा कि पार्टी का अध्यक्ष चुनाव के माध्यम से चुना जाएगा, यह बड़ा बदलाव है

कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रत्याशी शशि थरूर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा शुक्रवार को भोपाल में किए गए स्वागत से अभिभूत नजर आए। उन्होंने कहा कि मेरा यहां जैसा स्वागत हुआ, वैसा छह राज्यों में कहीं नहीं हुआ। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष सहित वरिष्ठ नेताओं से साथ अलग से चर्चा हुई। प्रदेश प्रतिनिधि बड़ी संख्या में आए। दोनों प्रत्याशियों को बराबरी से मौका मिला पर ऐसा कुछ प्रदेश में नहीं देखा।

 

 कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रत्याशी शशि थरूर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा शुक्रवार को भोपाल में किए गए स्वागत से अभिभूत नजर आए। उन्होंने कहा कि मेरा यहां जैसा स्वागत हुआ, वैसा छह राज्यों में कहीं नहीं हुआ। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष सहित वरिष्ठ नेताओं से साथ अलग से चर्चा हुई। प्रदेश प्रतिनिधि बड़ी संख्या में आए। दोनों प्रत्याशियों को बराबरी से मौका मिला पर ऐसा कुछ प्रदेश में नहीं देखा।

उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविन्द सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी को धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि थरूर ने कई राज्यों के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों के न मिलने को लेकर आपत्ति जताई थी। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रचार करने पर कहा कि निर्वाचन प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को देखना चाहिए कि क्या हो रहा है।

चुनाव प्रचार के सिलसिले में भोपाल आए शशि थरूर ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविन्द सिंह, वरिष्ठ विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अनुज लक्ष्मण सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ भेंट की।

बंद कमरे में करीब आधा घंटे चली मुलाकात के बाद उन्होंने प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधियों के साथ राजीव गांधी सभागार में चर्चा की और कहा कि यह चुनाव कांग्रेस के भविष्य और मजबूती का है। जो दल लोकतंत्र की बात करते हैं, उनके लिए यह अच्छा उदाहरण हैं और उन्हें इसे देखना चाहिए। मैं जीतूं या मल्लिकार्जुन खड़गे, जीत कांग्रेस की ही होगी। प्रत्येक प्रतिनिधि को 22 साल बाद यह मौका मिला है कि वह अपने मन से अंतरात्मा की आवाज पर अध्यक्ष चुन सके। सभी निष्पक्ष होकर मतदान करें। पूरी प्रक्रिया गोपनीय है और किसी को यह पता नहीं चल सकता है कि किस राज्य से किस प्रत्याशी को किसने वोट दिया। गांधी परिवार पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह निष्पक्ष है। कार्यकर्ता जिसे भी चुनेंगे वो पार्टी को आगे ले जाएगा।

हमारे सामने कई चुनौतियां हैं

थरूर ने पार्टी के सामने आगामी चुनौतियों को लेकर हुए प्रश्न पर कहा कि हमारे सामने कई चुनौतियां हैं। कुछ चुनाव हम हारे हैं। लोकसभा चुनाव में 19 प्रतिशत वोट मिला था। यह क्यों हुआ और वोट कम क्यों हुए, इस पर विचार करना होगा। नए मतदाताओं को जोड़ना होगा। आने वाले समय में गुजरात, हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों के चुनाव होने हैं। 2024 में लोकसभा चुनाव होंगे। हमें संगठन को तैयार करना है। यह कार्यकर्ताओं के बलबूते ही संभव हो पाएगा। मैं परिवर्तन का उम्मीदवार हूं और यदि चुनाव जीता तो सबसे पहला आदेश वर्किंग कमेटी के चुनाव का करूंगा

संघ का राजनीतिक चेहरा है भाजपा

चुनाव में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सक्रियता को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा और संघ में भेद नहीं किया जा सकता है। चुनाव के दौरान मतदाताओं से संपर्क का काम संघ के कार्यकर्ता करते हैं। संघ का राजनीतिक चेहरा भाजपा है। दोनों में कोई अंतर नहीं किया जा सकता है। प्रधानमंत्री पद के लिए पार्टी के चेहरे पर उन्होंने कहा कि यह बाद की बात है। हमेंं गठबंधन करना होगा। यह राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन के रूप में हो सकता है या फिर राज्य स्तर पर हो सकता है।

मैं खड़गे के खिलाफ नहीं, हम सहयोगी हैं

उन्होंने कहा कि मैं खड़गे के खिलाफ नहीं हूं। हम दोनों सहयोगी हैं। वे लोकसभा में हमारे नेता रहे हैं। हम दोनेां कार्यकर्ताओं के बीच अपनी बात रख रहे हैं। पार्टी के अंदर चुनाव हो रहा है और जीते कोई भी हम मिलकर काम करेंगे। जी 23 के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि मैंने जिस पत्र पर हस्ताक्षर किए थे, उसमें चुनाव कराने, वर्किंग कमेटी और संसदीय बोर्ड बनाने की बात थी। मैं यही चाहता था और आज चुनाव हो रहे हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *