2003 में 13 प्रतिशत वोट लेकर अन्य दलों ने 13 सीटें जीती थीं। 2008 के चुनाव में 17 प्रतिशत वोट लेकर 13 सीट पर कब्जा किया था। 2013 में साढ़े आठ प्रतिशत वोट ही मिले और सीटें चार मिलीं। अन्य दलों को 2018 में 18 प्रतिशत वोट मिले और सात सीटों पर उसका कब्जा रहा। कांटे के मुकाबले में भाजपा सत्ता से भले ही दूर रह गई, लेकिन उसे वोट 41 प्रतिशत मिले थे, जबकि सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा जुटाने में सफल रही कांग्रेस को 40.9 प्रतिशत वोट मिले थे। परिणाम के विश्लेषण में स्पष्ट हुआ कि अन्य की मौजूदगी ने भाजपा और कांग्रेस दोनों की उम्मीदों पर चोट पहुंचाई थी। भाजपा को सरकार बनाने से रोक दिया