Madhya Pradesh News: भोपाल लोकसभा क्षेत्र के लिए कई दावेदार अभी से सक्रिय

 

यही कारण है कि लोकसभा क्षेत्र के कई दावेदार अभी से सक्रिय हो गए हैं। हाल ही में हुए नगरीय निकाय चुनाव में भी भाजपा ने टिकटों के बंटवारे में साध्वी की पसंद को कोई खास तवज्जो नहीं दी। साध्वी के हाशिए पर पहुंचने की वजह भी उनके बयान हैं। वे अपने बयान से कई बार संगठन को संकट में डाल देती हैं। एकबार कहा था कि उन्हें नालियां और शौचालयों को साफ करने के लिए सांसद नहीं चुना गया ।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत योजना के खिलाफ उनके बयान पर पार्टी ने फटकार भी लगाई थी। मुम्बई हमले में मारे गए शहीद हेमंत करकरे पर भी साध्वी प्रज्ञा ने विवादास्पद बयान दिया था । 2019 में ठीक लोकसभा चुनाव में मतदान से पहले साध्वी ने नाथूराम गोडसे पर विवादास्पद बयान देकर भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी थी। सांसद प्रज्ञा के बयानों को लेकर प्रदेश नेतृत्व के सामने कई बार धर्म संकट की स्थिति बन जाती है।

 

इनका कहना है

 

भाजपा के लिए भोपाल संसदीय सीट हमेशा से ही महत्वपूर्ण रही है। राजधानी की सीट होने की वजह से यह सीट राजनीतिक संदेश देने के काम भी आती है। लोकसभा सीट के प्रत्याशियों का निर्धारण केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा समस्त आंकलन उपरांत किया जाता है। जो सभी सीटों पर लागू होता है।

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