Ban on Panipuri: कुछ दिनों तक चाट, कचौड़ी, फुल्की, पकोड़े न खाएं, मंडला कलेक्टर की अपील
Ban on Panipuri: दूषित फुल्की खाने से लोगों के स्वास्थ्य में पड़े प्रतिकूल प्रभाव को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर हर्षिका सिंह ने जिलेवासियों से आग्रह किया है कि वे अगले कुछ दिनों तक रास्ते में अथवा घूम-घूमकर बेचने वाले लोगों से चाट, कचौड़ी, फुल्की, पकोड़े जैसी सामग्रियां न खाएं।
Ban on Panipuri: दूषित फुल्की खाने से लोगों के स्वास्थ्य में पड़े प्रतिकूल प्रभाव को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर हर्षिका सिंह ने जिलेवासियों से आग्रह किया है कि वे अगले कुछ दिनों तक रास्ते में अथवा घूम-घूमकर बेचने वाले लोगों से चाट, कचौड़ी, फुल्की, पकोड़े जैसी सामग्रियां न खाएं। इस तरह की सामग्री से परहेज करें। जिले में इस तरह के सामग्रियों की सेम्पलिंग की कार्रवाई जारी है। विक्रय की जा रही सामग्रियों की गुणवत्ता की जांच की कार्रवाई पूर्ण होने तक ऐसी सामग्रियों का उपयोग न करें। उन्होंने इस संबंध में जनसामान्य से सहयोग करने का आह्वान किया है।
शनिवार के तकरीबन 9:00 बजे नारायणगंज के चिरईडोंगरी से तकरीबन दो दर्जन से अधिक बच्चों को उल्टी-दस्त की समस्या को लेकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया गया कि बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी वहां पर पदस्थ चिकित्सक यह बच्चों को देखने नहीं पहुंचे।
विधायक डॉ अशोक मर्सकोले का आरोप रहा कि मामले में बिल्कुल भी प्रशासन गंभीर नहीं है। यही कारण है कि जिले में फ़ूड पाइज़निंग के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मिलावट की बराबर सैंपलिंग चेकिंग नहीं हो हो रही है। यह लापरवाही है। 3-4 महीने पहले मंडला के ही मोहगांव ब्लाक के सिंगारपुर में ऐसी ही घटना घट चुकी। इसमें 100 से ज्यादा लोग फ़ूड पाइज़निंग के शिकार हुए थे। वह भी फुल्की वाले से खाने से फैला था, फिर भी नहीं जागे