Diwali 2022: भोपाल के कोलार में दिल्ली जैसा वायु प्रदूषण, हमीदिया रोड में शाेरगुल ने बनाया रिकार्ड

भोपाल में रोक के बावजूद दीपावली पर जमकर जलाए पटाखे, कोलार में वायु गुणवत्ता सूचकांक 290 पर पहुंचा। हमीदिया रोड में ध्वनि प्रदूषण का स्तर 109.6 पहुंचा। परेशान होते रहे बच्चे, बीमार बुजुर्ग व पालतू जानवर। पर्यावरण परिसर जैसे सबसे हरे-भरे क्षेत्र में 269 पर पहुंचा सूचकांक।

Diwali 2022: दीपावली के उत्साह में सोमवार को पटाखो की लड़ जलती रही और वायु प्रदूषण फैलता गया। कोलार क्षेत्र में दिल्ली की तरह वायु प्रदूषण के हालत बन गए। यहां हवा की सेहत बनाने वाला वायु गुणवत्ता सूचकांक 290 तक पहुुंच गया। इस तरह के हालत दिल्ली के कई क्षेत्रों में बने थे। सूचकांक का यह स्तर बताता है कि हवा की सेहत बेहद खराब है, जो कि 50 तक या उससे नीचे होना चाहिए, तभी हवा सेहतमंद मानी जाती है।

उधर, हमीदिया रोड क्षेत्र में ध्वनि प्रदूषण ने रिकार्ड बनाया है। यहां शोरगुल का स्तर 109.6 डेसीबल रिकार्ड किया है जो कि 55 डेसीबल से अधिक नहीं होना चाहिए। वायु व ध्वनि प्रदूषण का असर दीपावली के दूसरी दिन मंगलवार को भी रहा।

बता दें कि पटाखों के कारण फैले वायु व ध्वनि प्रदूषण से स्वास्थ्य पर विपरित असर पड़ा। खासकर बुजुर्ग व बीमारों में चिढ़चिढ़ेपन की शिकायतें बढ़ी है। श्वास संबंधी रोगों से जूझ रहे मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हुई है।

पटाखें जलाने पर लगाई थी रोक

शहर में प्रदूषण की यह स्थिति तब है जब शासन ने ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी थी। यह भी कहा था कि अधिक आवाज वाले पटाखों को न जलाया जाए। आतिशबाजी पर नियंत्रण हो।

सामान्य से चार गुना अधिक पहुंचा धूल, धुएं के कणों का स्तर

पीसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक इस क्षेत्र में पार्टिकुलेट मैटर पीएम -10 व पीएम 2.5 का स्तर 500-500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया था। क्रमश: इनका स्तर 100 व 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होना चाहिए, जो कि सामान्य से पांच गुना तक अधिक था। यह स्थिति दीपावली के दूसरे दिन मंगलवार दोपहर एक बजे की थी। इसी से मिलती-जुलती स्थिति टीटी नगर क्षेत्र की थी।

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