Vidisha News : नाव पलटने से डूबा युवक, 43 घंटे बाद मिला शव

Vidisha News: ढोलखेड़ी चौकी अंतर्गत ईंट भट्टों के पास बेतवा नदी में नाव (डोंगी) पलटने से 37 वर्षीय पर्वत अहिरवार की डूबने से मौत हो गई। मृतक का शव 43 घंटे बाद मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया है।

Vidisha News: ढोलखेड़ी चौकी अंतर्गत ईंट भट्टों के पास बेतवा नदी में नाव (डोंगी) पलटने से 37 वर्षीय पर्वत अहिरवार की डूबने से मौत हो गई। मृतक का शव 43 घंटे बाद मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया है। चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक अनिल पटेरिया ने बताया कि बेतवा के पास ईंट भट्टों के पास रहने वाला लाखन कुशवाह 23 अक्टूबर को शाम करीब 4 बजे अपनी नाव से बेतवा में मछली मार रहा था। तभी उसका मित्र मृतक 37 वर्षीय पर्वत अहिरवार भी वहां पहुंच गया और जिद करके नाव (डोंगी) में बैठ गया। उन्होंने लाखन के हवाले से बताया कि नाव छोटी थी, पर्वत से बैठने के लिए मना किया था, लेकिन वह नहीं माना। इसी दौरान बीच नदी में जाकर वह अनियंत्रित होकर पलट गई। मृतक को तैरना नहीं आता था, जिसके चलते वह डूब गया जबकि नाव चला रहा लाखन तैरकर बाहर निकल आया। उसने पर्वत को बचाने का भी प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हुआ। सूचना मिलने के बाद होमगार्ड की टीम मौके पर पहुंची और उसे खोजने का प्रयास किया, लेकिन घटना के 43 घंटे बाद मंगलवार की सुबह शव मिल सका। होमगार्ड के एएसआई लक्ष्‌मीनारायण विश्वकर्मा ने बताया कि उनकी टीम तीन दिन से खोज रही थी। मंगलवार की सुबह शव मिल गया है। बताया जा रहा है कि मृतक की दो छोटी बेटियां हैं। उसकी मौत के बाद परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है।

छोटे-छोटे बच्चे देर रात तक मारते हैं मछलियांबेतवा नदी के किनारे और चरणतीर्थ सहित छोटे पुलों के बीच सुबह से लेकर देर शाम तक बगैर किसी सुरक्षा व्यवस्था के बड़ी संख्या में लोग मछलियां मारते हैं। उनमें छोटे -छोटे बच्चे भी होते हैं जो जार के साथ ही कांटों से मछलियां पकड़ते हैं। कई बार यह बच्चे नदी में गिर भी जाते हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस को घाटों पर मछलियां मारने पर रोक लगा देना चाहिए।

 

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