Gwalior Political News: केंद्रीय मंत्री तोमर व सिंधिया से खफा नेता पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के नेतृत्व में हो रहे सक्रिय

 

दोसाल पहले एकमात्र केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का संगठन में बोलबाला था। संगठन में नियुक्ति से लेकर टिकट व अन्य फैसलों में तोमर की अहम भूमिका होती थी, क्योंकि उनकी कें“ सरकार में मजबूत पकड़ थी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भी बेहतर तालमेल था।

 

ज्योतिरादित्य सिंधिया के राजमाता विजयाराजे सिंधिया के उत्तराधिकारी के रूप में भाजपा में शामिल होने के बाद समीकरण बदले। अप्रत्यक्ष रूप से संगठन की नरेंद्र सिंह तोमर आत्मनिर्भरता कम हुई। अब संगठन से जुड़े फैसलों में सिंधिया की सहमति भी अहम होती है। हालांकि नरेंद्र सिंह तोमर ने जिले में अभय चौधरी की जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ति कराकर इस बात का संदेश दिया कि उनकी पकड़ आज भी मजबूत है। सिंधिया भी अंचल के अलावा मालवा व बुंदेलखंड में अपनी सक्रियता बनाये हुए हैं।

 

दोसाल पहले एकमात्र केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का संगठन में बोलबाला था। संगठन में नियुक्ति से लेकर टिकट व अन्य फैसलों में तोमर की अहम भूमिका होती थी, क्योंकि उनकी कें“ सरकार में मजबूत पकड़ थी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भी बेहतर तालमेल था।

 

ज्योतिरादित्य सिंधिया के राजमाता विजयाराजे सिंधिया के उत्तराधिकारी के रूप में भाजपा में शामिल होने के बाद समीकरण बदले। अप्रत्यक्ष रूप से संगठन की नरेंद्र सिंह तोमर आत्मनिर्भरता कम हुई। अब संगठन से जुड़े फैसलों में सिंधिया की सहमति भी अहम होती है। हालांकि नरेंद्र सिंह तोमर ने जिले में अभय चौधरी की जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ति कराकर इस बात का संदेश दिया कि उनकी पकड़ आज भी मजबूत है। सिंधिया भी अंचल के अलावा मालवा व बुंदेलखंड में अपनी सक्रियता बनाये हुए हैं।

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