Rewa News : गणवेश बनाने का कार्य स्वसहायता समूह करेंगे : मुख्यमंत्री

 

अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाएं बनें स्वसहायता समूह की सदस्य

सावित्री बाई फूले स्वसहायता समूह योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति महिलाएं स्वसहायता समूह की सदस्य बनें। इच्छुक महिलाएं 30 अक्टूबर तक आवेदन करें। जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के कार्यपालन अधिकारी महेश पाठक ने बताया कि स्वसहायता समूह का सदस्य बनने के लिए महिलाओं की उम्र 18 से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए। महिला गरीबी रेखा परिवार की सदस्य हो या उनकी आय शहरी क्षेत्र में 55 हजार तथा ग्रामीण क्षेत्र में 40 हजार वार्षिक से अधिक न हो। एक परिवार का एक ही सदस्य इस योजना के लिए पात्र होगा। आवेदक को सक्षम अधिकारी द्वारा जारी जाति, निवास एवं अन्य प्रमाण पत्र संलग्न करना आवश्यक है।

 

उन्होंने बताया कि महिलाओं की अभिरूचि एवं व्यवसाय को ध्यान में रखकर 5 से 10 महिलाओं के लिए समूह गठित किये जायेंगे। समूह गठन होने के बाद उनके मध्य आवश्यक प्रस्ताव, ठहराव प्रस्तावित कराकर औपचारिक रूप से उनके अध्यक्ष एवं सचिव के माध्यम तथा सदस्यों की सहमति से योजना के लिए निर्धारित प्रारूप में समस्त सहपत्रों एवं प्रमाण परीवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वसहायता समूह की महिलाओं को भाईदूज की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने रीवा की स्वसहायता समूह की महिलाओं से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वसहायता समूह की महिलाओं ने आर्थिक विकास का नया इतिहास रचा है। घर गृहस्थी संभालने वाली बहनें सफलता के साथ आर्थिक गतिविधियां संचालित कर रही हैं। प्रदेश में गणवेश बनाने का कार्य महिला स्वसहायता समूहों को ही दिया जाएगा। बहनें थोड़े से विकास से संतुष्ट न हों बल्कि अपने व्यवसाय को विस्तार देने के लिए लगातार प्रयास करें। स्वसहायता समूह की महिलाएं बाजार में महिला स्वसहायता समूहों की सामग्री खरीदने को प्राथमिकता दें।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्वसहायता समूह तैयार की गई वस्तुओं में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। वस्तुओं में गुणवत्ता अच्छी होगी तभी बाजार में प्रतिस्पर्धा में टिकेंगी। मुख्यमंत्री से संवाद करते हुए रीवा की रेशमा बानो ने कहा कि आपकी कृपा से हमारे समूह का रोजगार तेजी से बढ़ा है। दीवाली के पांच दिनों में हमने एक लाख 15 हजार रुपये का व्यवसाय किया जिसमें से 55 हजार रुपये की सामग्री धनतेरस को बेंची। अब हमारे पास बर्तन तथा जूते चप्पल की दो अलग-अलग दुकानें हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने रेशमा बानो को इस सफलता पर बधाई दी। कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से जिला पंचायत के सीईओ स्वप्निल वानखेड़े, जिला समन्वयक ग्रामीण आजीविका मिशन अजय सिंह तथा बड़ी संख्या में स्वसहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।

 

अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाएं बनें स्वसहायता समूह की सदस्य

सावित्री बाई फूले स्वसहायता समूह योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति महिलाएं स्वसहायता समूह की सदस्य बनें। इच्छुक महिलाएं 30 अक्टूबर तक आवेदन करें। जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के कार्यपालन अधिकारी महेश पाठक ने बताया कि स्वसहायता समूह का सदस्य बनने के लिए महिलाओं की उम्र 18 से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए। महिला गरीबी रेखा परिवार की सदस्य हो या उनकी आय शहरी क्षेत्र में 55 हजार तथा ग्रामीण क्षेत्र में 40 हजार वार्षिक से अधिक न हो। एक परिवार का एक ही सदस्य इस योजना के लिए पात्र होगा। आवेदक को सक्षम अधिकारी द्वारा जारी जाति, निवास एवं अन्य प्रमाण पत्र संलग्न करना आवश्यक है।

 

उन्होंने बताया कि महिलाओं की अभिरूचि एवं व्यवसाय को ध्यान में रखकर 5 से 10 महिलाओं के लिए समूह गठित किये जायेंगे। समूह गठन होने के बाद उनके मध्य आवश्यक प्रस्ताव, ठहराव प्रस्तावित कराकर औपचारिक रूप से उनके अध्यक्ष एवं सचिव के माध्यम तथा सदस्यों की सहमति से योजना के लिए निर्धारित प्रारूप में समस्त सहपत्रों एवं प्रमाण पत्रों सहित जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कार्यालय में 30 अक्टूबर तक आवेदन पत्र प्रस्तुत करें।पत्रों सहित जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कार्यालय में 30 अक्टूबर तक आवेदन पत्र प्रस्तुत करें।

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