Madhya Pradesh News: सरकारी अस्पतालों में अब एप से होगा ओपीडी पंजीयन
साथ ही वह ओपीडी के लिए पंजीयन भी करा सकेंगे। अस्पताल में उन्हें पंजीयन शुल्क चुकाकर सिर्फ ओपीडी पर्चे का प्रिंट लेना होगा। बाद में पंजीयन राशि के भुगतान की सुविधा भी आनलाइन कर दी जाएगी। एमपी आनलाइन, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और आनलाइन बैंकिंग के माध्यम से भुगतान किया जा सकेगा।
सभी अस्पतालों में अगले साल जनवरी तक एचएमआइएस शुरू करने की तैयारी है। अस्पताल में दवा वितरण व्यवस्था, स्टोर से वार्डों के लिए दिया जाने वाला सामान व आपरेशन थियेटर से संबंधित जानकारी भी इस व्यवस्था से जोड़ दी जाएगी। अस्पताल में भर्ती मरीजों की पूरी जानकारी एचएमआइएस पर रहेगी।
ड्यूटी डाक्टर वार्ड में एक जगह बैठकर सभी मरीजों से स्वास्थ्य की जानकारी ले सकेंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा आइसीयू में भर्ती मरीजों की निगरानी में होगा।
एचएमआइएस से यह होगा फायदा
– सभी मेडिकल कालेजों के आपस में जुड़ने से दूसरे अस्पताल में मरीजों को रेफर करने के साथ ही उसका पूरा चिकित्सकीय ब्योरा संंबंधित अस्पताल में पहले ही पहुंच जाएगा।
– मरीज का पर्चा या जांच रिपोर्ट खो जाती है तो मोबाइल नंबर, नाम या पता के आधार पर उसका विवरण खोजा जा सकेगा।
यह पता करना भी आसान हो जाएगा कि किस क्षेत्र में किस बीमारी के कितने मरीज आ रहे हैं।
– दवाओं की खपत का पता चल जाएगा। इससे पहले से दवाएं खरीदने के लिए मात्रा तय करना आसान हो जाएगा।
– डाक्टर चाहें तो मरीज की आइडी एचएमआइस में डालकर उपचार का पूरा ब्योरा देख सकेंगे।
टोकन व्यवस्था भी शुरू की जा सकेगी
एचएमआइएस में टोकन व्यवस्था की भी सुविधा है। हमीदिया अस्पताल में आथर्ोेपेडिक्स और सर्जरी विभाग में टोकन व्यवस्था लागू है। इसमें बड़ी स्क्रीन पर मरीज का नाम, ओपीडी पर्चे में अंकित टोकन नंबर और ओपीडी कमरा नंबर दिखाया जाता है।