मध्य प्रदेश के कालेजों में आयोजित होंगे रोजगार मेले, विद्यार्थियों को उद्यमी बनाएंगे
विद्यार्थियों को रोजगार-स्वरोजगार दिलाने की दिशा में उच्च शिक्षा विभाग ने एमएसएमई विभाग से एमओयू किया है, शेष विभागों से भी शीघ्र ही एमओयू किए जाएंगे। विभाग ने निर्देश दिए हैं कि वे अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाकर रोजगार एवं स्वरोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर विद्यार्थियोंं को उपलब्धकराएं।
मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कालेजों में अब प्रत्येक माह रोजगार मेले आयोजित किए जाएंगे। स्वरोजगार के लिए विद्यार्थियों से उनकी रुचि के अनुसार आवेदन भरवाए जाएंगे और उसके अनुरूप प्रशिक्षण आयोजित कराकर कंपनियों में रोजगार दिलाया जाएगा।
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के अंतर्गत विद्यार्थियों को रोजगार-स्वरोजगार दिलाने की दिशा में उच्च शिक्षा विभाग ने एमएसएमई विभाग से एमओयू किया है, शेष विभागों से भी शीघ्र ही एमओयू किए जाएंगे। विभाग ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाकर रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर विद्यार्थियोंं को उपलब्ध कराएं।
कालेजों में गठित होगी प्लेसमेंट सेल
राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के अतंर्गत प्रदेश के सभी शासकीय-अशासकीय विश्वविद्यानलयों, कालेजों को प्लेसमेंट सेल गठन करना है। अपर आयुक्त उच्च शिक्षा ने पत्र जारी कर विश्वविद्यालयों के कुलपति व कालेज प्राचार्यों को प्लेसमेंट सेल और प्लेसमेंट अधिकारी नामांकित करने को कहा है।
उद्यमिता मेले लगाए जाएंगे
कालेज विद्यार्थियों उद्यमी बनाने की दिशा में भी उच्च शिक्षा विभाग काम कर रहा है। कालेजों मेें उद्यमिता मेले लगाकर विद्यार्थियोंं को उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा तथा उनके उत्पाद के विक्रय के लिए सुविधा उपलग्ध कराई जाएगी।
जिन विद्यार्थियों को रोजगार मिल गया है उनकी जानकारी डैसबोर्ड में अपलोड की जाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालयों में डैसबोर्ड बनाया गया है। डैसबोर्ड को उच्च शिक्षा विभाग के पोर्टल पर मौजूद स्वामी विवेकानंद करियर मार्गदर्शन योजना के साथ जोड़ा जाएगा।