धार/ नगरीय निकाय चुनाव पूर्ण होने के बाद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए जमकर वर्चस्व की लड़ाई लड़ी गई। आखिरकार सम्पूर्ण बाजी जिलाध्यक्ष राजीव यादव की चली, यादव का पलड़ा भारी रहा। राजीव यादव के समर्थकों को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुना गया। राजीव यादव के रूप में भाजपा संगठन में नया युवा नेतृत्व उभरकर सामने आया। विगत दो दशकों से एकछत्र राज करने वाले भाजपा के दिग्गज नेता विक्रम वर्मा का राजनीतिक केरियर अब ढलान पर हैं। प्रदेश भाजपा संगठन ने जिलाध्यक्ष राजीव यादव पर भरोसा कर जिले की सम्पूर्ण राजनीतिक कमान राजीव यादव को सौप दी। जिलाध्यक्ष राजीव यादव एक परिपक्व राजनेता, कुशक संगठक के रूप में उभरकर सामने आए। उनके कार्यकाल में पंचायत चुनाव, नगरीय निकाय चुनावों में भाजपा का सन्तोषजनक प्रदर्शन रहा। राजीव यादव जिलाध्यक्ष रहते हैं तो संगठन की सम्पूर्ण कमान उनके हाथों में है और अगर प्रदेश संगठन कार्यकाल पूर्ण होने पर श्री यादव को जिलाध्यक्ष पद से हटाती हैं तो धार विधानसभा चुनावों में दावेदार मजबूत दावेदार में गिने जायेंगे। धार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कुलदीप सिंह बुन्देला औऱ भाजपा से राजीव यादव उम्मीदवार होते हैं तो दो उभरते हुए युवा नेताओं के बीच चुनावी घमासान देखने को मिल सकता है। कौन किस पर भारी रहेगा इस सवाल का राजनीतिक पंडितों व विश्लेषकों के पास भी नहीं है।
आपको बता दें कि नगरीय निकाय चुनावों में राजीव यादव का पलड़ा भारी रहा और धार नगर पालिका की सात समिति जिनमे प्रमुख रूप से सामान्य प्रशासन विभाग, जल कार्य तथा सीवरेज विभाग, लोक निर्माण, उद्यान एवं विधुत यांत्रिकी विभाग, राजस्व वित्त एवं लेखा विभाग, स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन विभाग, योजना यातायात परिवहन एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, शहरी गरीबी उपशमन विभागों में समिति का प्रभारी बनने के लिए पार्षदों के बीच रस्सा कस्सी का दौर जारी है और अपनी अपनी ओर से राजनीतिक उठापठक चल रही है। इन समितियों में सामान्य वर्ग, अल्पसंख्यक पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति सभी को प्रतिनिधित्व देते हुए संतुष्ट करना है। साथ में निर्दलीय पार्षदों को भी साथ लेकर चलना होगा।
भाजपा के वरिष्ठ पार्षदों में श्रीमती आशा शिव पटेल, श्रीमती पूजा जितेंद्र अग्रवाल, श्रीमती ज्योति कालीचरण सोनवानिया, गेंदालाल बमनका (अजजा), रवि मेहता, श्रीमती नेहा रजत प्रजापति, श्रीमती टीना विपिन राठौड़, अजीत जैन, श्रीमती संजय मकवाना, श्रीमती सुमित्रा चंदू वसुनिया आदि के नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहे है जो इन समितियों के प्रभारी बन सकते हैं।
राजीव यादव समर्थक वरिष्ठ पार्षदों को मौका मिल सकता हैं!
जिला भाजपा के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनुभवी वरिष्ठ पार्षदों में श्रीमती आशा शिव पटेल, श्रीमती पूजा जितेंद्र अग्रवाल, श्रीमती टीना विपिन राठौर, भाजपा में सबसे ज्यादा मतों से जीते गेंदालाल बमनका (भाई साहब) जो कि अनुभवी पार्षद के साथ साथ आरएसएस के अनुशासित सक्रिय कार्यकर्ता होने के साथ आदिवासी भिलाला समाज से है, जो बहुसंख्यक आबादी का नेतृव करते हैं, दूसरी तरफ पटल्या समाज के पार्षद भी है जिनकी आबादी कम संख्या में है। इन्हें जयस का भी समर्थन प्राप्त है। यह भाजपा संगठन को मजबूती प्रदान करते हैं।
युवा पार्षद रवि मेहता, श्रीमती नेहा रजत प्रजापति, अजीत जैन, श्रीमती सुमित्रा संजय मकवाना, विपुल चौपड़ा, श्रीमती सुमित्रा चंदू वसुनिया आरक्षण कोटे का लाभ मिल सकता है।
वहीं तीन निर्दलीय पार्षदों को भी मौका दिया जा सकता है।