मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आम आदमी के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिये प्रदेश में अनेक योजनायें संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को उपलब्ध कराने का कार्य एक पुनीत कार्य है। मुख्यमंत्री जन सेवा मित्रों के माध्यम से प्रदेश में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को ग्वालियर के प्रेस्टीज कॉलेज में मुख्यमंत्री जन सेवा मित्रों के संवाद कार्यक्रम में यह बात कही।
कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री वी डी शर्मा सहित प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्क्रण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह सहित भाजपा जिला अध्यक्ष श्री अभय चौधरी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जन सेवा मित्रों से संवाद करते हुए कहा कि जरूरतमंदों को शासन की योजनाओं के माध्यम से स्वावलंबी बनाने की दिशा में प्रदेश में कार्य किया जा रहा है। जन सेवा मित्र अपने – अपने क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ दिलाने का पुनीत कार्य कर रहे हैं। सभी मित्र पूरी निष्ठा और लगन के साथ इस कार्य को करें। योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई दिक्कत या परेशानी है तो उसकी जानकारी जिला प्रशासन को भी उपलब्ध कराएँ ताकि उसका निराकरण किया जा सके।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जन सेवा मित्र पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री के दूत के रूप में कार्य कर रहे हैं। लाड़ली बहना योजना, विकास यात्रा और अन्य अभियानों में भी जन सेवा मित्रों ने सक्रिय भागीदारी के साथ कार्य किया है। आगे भी वे पूरी लगन और ईमानदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें और जरूरतमंदों को योजनाओं व कार्यक्रमों का लाभ उपलब्ध कराने का पुनीत कार्य करते रहें।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सीएम फेलो सदर जरीन खान ने जन सेवा मित्रों के संबंध में जिले में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। इसके साथ ही डिजिटल प्रगति रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम में जन सेवा मित्रों द्वारा संपादित मैग्जीन प्रगति पुष्पांजलि का विमोचन भी किया गया। सहरिया जनजाति के लिये लागू की गईं कल्याणकारी योजनाओं के लिये सहरिया समुदाय द्वारा तैयार की गई पारंपरिक टोकरी में जनजातीय प्रचलित जड़ीबूटियाँ भी मुख्यमंत्री को भेंट की गईं।