ग्वालियर। डेंगू जागरूकता सप्ताह के तहत क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएँ कार्यालय परिसर में संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में मच्छर जनित बीमरियों जैसे डेंगू एवं मलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण से संबंधित कारगर तरीकों के बारे में बताया गया। साथ ही कहा गया कि डेंगू जागरूकता सप्ताह के दौरान मच्छर जनित बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिये कारगर उपाय किए जाएँ। यह सप्ताह का 21 मई तक आयोजित होगा।
क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवायें ग्वालियर डा. राकेश चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में डेंगू जागरूकता सप्ताह के तहत मंगलवार को राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में यह कार्यशाला आयोजित हुई। जिसमे संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवायें ग्वालियर डा. पी. के. शर्मा, उप संचालक डा. एस.एस. भूषण. तथा ग्वालियर व चंबल संभाग के विभिन्न जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, सलाहकार, एम्बेड टीम के सदस्य एवं मलेरिया निरीक्षकों ने भाग लिया ।
कार्यशाला के दौरान ग्वालियर संभाग के विभिन्न जिले से आये जिला अधिकारी एवं सलाहकार द्वारा डेंगू नियंत्रण की दिशा में किये जा रहे प्रयासो व गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण दिया गया । कार्यशाला में डेंगू नियंत्रण से सम्बंधित तकनीकी जानकारी से सहभागियों को अवगत कराया गया। साथ ही डेंगू पीड़ित के साथ अपनाई जाने वाली सावधानियों के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस अवसर पर स्वच्छता से डेंगू नियंत्रण के तरीकों के बारे में भी बताया गया। साथ ही कहा गया कि लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने का काम प्रमुखता से हो। उनसे कहें कि यदि हम कचरे को कचरेदान में डालें और घरों की छतों पर पड़े कबाड़ को नियमित रूप से साफ़ करते रहें तो हम मच्छरों की पैदाइश को नियंत्रित कर डेंगू मलेरिया पर भी नियंत्रण कर सकते हैं ।
कार्यशाला में यह भी जानकारी दी गई कि किसी भी बीमारी के नियंत्रण के लिए सामाजिक व्यवहार परिवर्तन की दिशा में कार्य करना बहुत आवश्यक है। इसे भी हमें अपनी कार्ययोजना में शामिल करना चाहिए। कार्यशाला के अंत में सभी उपस्थित जिला अधिकारियों द्वारा डेंगू दिवस पर अपने अपने जिले को डेंगू मुक्त बनाने की शपथ दिलाई गयी । कार्यक्रम का संचालन डा. एस. एस. भूषण व आभार डा. पी. के. शर्मा द्वारा किया गया । कार्यशाला में एम्बेड टीम के समन्वयक श्री विजय मिश्रा का भी सहयोग रहा ।