ग्वालियर। स्कूल शिक्षा विभाग का शैक्षणिक सत्र 20 जून से प्रारंभ होगा। सत्र प्रारंभ होने से पहले सभी शासकीय स्कूलों के भवनों की मरम्मत, पुताई एवं सफाई का विशेष अभियान चलाकर कार्य किया जाए। शाला भवनों में पेयजल की उपलब्धता भी ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों के स्कूलों में हो, यह भी जिला शिक्षा अधिकारी सुनिश्चित करें। संभागीय आयुक्त श्री दीपक सिंह ने बुधवार को स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए हैं।
संभागीय आयुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संस्थाएँ सहित ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिला शिक्षा अधिकारी एवं डीपीसी उपस्थित थे।
संभागीय आयुक्त श्री दीपक सिंह ने यह भी निर्देश दिए हैं कि शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने से पूर्व सभी स्कूलों में पाठ्य-पुस्तकें अनिवार्यत: पहुँचाने का कार्य किया जाए। जिला शिक्षा अधिकारी अपने-अपने जिले में यह सुनिश्चित करें कि सभी शालाओं में पुस्तकें उपलब्ध हों। उन्होंने शाला में प्रवेश के संबंध में निर्देश दिए हैं कि आंगनबाड़ी के ऐसे बच्चे जिन्हें कक्षा-1 में प्रवेश दिया जाना है, उनका शतप्रतिशत शालाओं में पंजीयन हो। इसके साथ ही शाला त्यागी बच्चों का भी प्रवेश स्कूल में हो, इसके लिये जिला शिक्षा अधिकारी और डीपीसी पूरी टीम के साथ कार्य करें।
संभागीय आयुक्त श्री दीपक सिंह ने कहा है कि जिला शिक्षा अधिकारी स्वयं एवं अपनी टीम के लोगों को कम से कम 10 ग्रामों में भेजकर अभिभावकों से चर्चा करें और शाला जाने योग्य सभी बच्चों का शाला में प्रवेश सुनिश्चित कराएँ। पाँचवी कक्षा उत्तीर्ण करने वाले और आठवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्राओं का अगली कक्षा में पंजीयन हो, इसकी भी चिंता जिला शिक्षा अधिकारी करें। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि शिक्षण सत्र प्रारंभ होने के पश्चात सभी शिक्षक समय पर शाला पहुँचें और बच्चों को अच्छे से पढ़ाएँ। स्कूल के कैम्पस साफ-सुथरे हों, इसकी भी चिंता शिक्षकगण करें।
बैठक में संयुक्त संचालक शिक्षा ने ग्वालियर-चंबल संभाग में स्कूल शिक्षा विभाग की गतिविधियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने से पूर्व सभी स्कूलों में पाठ्य-पुस्तकें पहुँचाने का कार्य किया जायेगा। इसके साथ ही शाला भवनों की मरम्मत का भी विशेष अभियान चलाकर ग्वालियर-चंबल संभाग में कार्य किया जायेगा।