ग्वालियर। महापौर डाॅ. शोभा सतीश सिकरवार ने कहा है कि जनहित से जुडे़ प्रस्तावों को मेयर इन काॅउसिंल द्वारा पास किया गया है, जिसमें गार्वेज शुल्क का युक्तियुक्तकरण करने एवं बकाया जलकर माफ करने समेत अन्य स्वीकृत प्रस्तावों को यथा षीघ्र परिषद में नहीं लाया गया तो कांग्रेस पार्टी शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ. देवेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में निगम क्षेत्र की 66 वार्डों में धरना प्रदर्शन करेगी। महापौर फूलबाग चौराहे पर कांग्रेस पार्टी के ऐतिहासिक और विशाल धरने में उमडे़ जन सैलाब को संबोधित कर रहीं थीं। इस मौके पर महापौर के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने महामहिम राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन धरना स्थल पर एस.डी.एम. सी.बी. प्रसाद को सौंपा। धरना स्थल पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रभारी शिव भाटिया, प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह, शहर कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ. देवेन्द्र शर्मा, ग्रामीण अध्यक्ष प्रभुदयाल जौहरे, विधायक डाॅ. सतीश सिकरवार, वरिष्ठ नेता सुनील शर्मा, साहब सिंह गुर्जर, दुष्यंत साहनी के अलाबा चेम्बर ऑफ काॅमर्स के पूर्व एवं वर्तमान पदाधिकारी, दाल बाजार समिति के पूर्व एवं वर्तमान पदाधिकारी, मुरार व्यापार समिति के पूर्व एवं वर्तमान पदाधिकारी, धार्मिक एवं सामाजिक संगठनो के तमाम प्रतिनिधि मौजूद रहे।
धरना स्थल पर विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुये महापौर डाॅ. शोभा सिकरवार ने कहा कि नगर निगम चुनाव के दौरान ग्वालियर की जनता से वायदा किया था कि नगर निगम में हमारी सरकार बनती है तो हम पुराने पानी के बिल माफ करेगें, गार्वेज शुल्क में संशोधन करेंगे और कर्मचारिओं के हित में हर संभव प्रयास कर निर्णय करेंगे। इन सब वादों को पूरा करते हुये हमने नगर निगम में अपना चार्ज लेने के साथ ही आपसे किये हुये वायदों को पूरा करने का प्रयास करते हुये सबसे पहले एम.आई.सी में दिसंबर 2021 से पहले के बकाया पानी के बिल माफ करने का प्रस्ताव पास किया। उसके कुछ दिन बाद हमने गार्वेज शुल्क में संशोधन करते हुये एम.आई.सी से प्रस्ताव पास किया, जिससे ग्वालियर की जनता को गार्वेज शुल्क के भार से राहत मिल सके। उसके बाद हमने नगर निगम सीमा में आने वाले सभी उद्योगिक ईकाईयों संम्पतिकर में राहत देने के लिये परिक्षेत्र 3 में शामिल किये जाने का प्रस्ताव पास किया। इसके बाद हमने नगर निगम सीमा में आने वाली सभी मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा, चर्च आदि धार्मिक संस्थानों को सम्पतिकर एवं गार्वेज शुल्क से मुक्त रखे जाने का प्रस्ताव भी एम.आई.सी में पास किया एवं कर्मचारियों को छठवां, सातवां वेतन लागू किये जाने को लेकर कई बार अधिकारियों को प्रस्ताव मांगा गया। उन्होंने कहा कि ग्वालियर के विकास के लिये कांग्रेस पार्टी सकारात्क रूप से मेयर इन काॅउसिंल में निर्णय ले रही है, मगर उन्हे जानबूझ कर रोका जा रहा है। महापौर ने कहा कि अगर जनहित से जुडे प्रस्ताव परिषद में नही लाये गये, तो कांग्रेस पार्टी हर वार्ड में धरना प्रदर्शन करने के लिये बाध्य होगी। इस मौके पर कांग्रेस प्रभारी श्री भाटिया ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश में झूठ-फरेब और छल-कपट की राजनीति कर जनता के साथ विश्वासघात कर रही है। प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से त्रस्त है, उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में जनता सबक सिखायेगी। शहर कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ. देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि शहर के विकास के लिये और आम जनता को लाभ पहुॅचाने की दृष्टि से मेयर इन काॅउसिंल ने अनेक जनहितकारी निर्णय लिये इनको भाजपा द्वारा रोकने का काम किया जा रहा हैं। कांग्रेस पार्टी जनता को लाभ पहुॅचाने वाले प्रस्तावों को आंदोलित रहेगी। विधायक डाॅ. सिकरवार ने कहा कि भाजपा के नेता अपने आपको गरीबों का हितैषी बताते है मगर असलियत यह है कि यह लोग गरीबों के नाम पर सिर्फ घडियाली आंसू बहाते हैं और गरीबों के हित में महापौर एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा लिये निर्णयों का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की मांग पर महापौर ने गार्वेज शुल्क कम करने के लिये मेयर इन काॅउसिंल में प्रस्ताव पास किया, इसके अलावा वर्ष 2021 तक का बकाया जलकर माफ करने समेत कर्मचारियों के हित वाले प्रस्तावों का भी भाजपा विरोध कर रही हैं। इससे इसकी करनी और कथनी उजागर होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विकास की सौगातें लाते हैं और चुनाव में जब भाजपा प्रत्याशी हार जाते है तो वह सौगातों का पैसा वापस ले जाते है। उन्होंने कहा कि ऐसे विकास विरोधियों और बिकाऊ लोगों को सबक सिखाने के लिये आप सबने पहले भी कांग्रेस पार्टी को आर्शीवाद दिया और आगे भी आर्शीवाद मिलेगा, ऐसी अपेक्षा कांग्रेस पार्टी करती है। इसके साथ ही कांग्रेस के अन्य नेताओं ने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन कार्यकारी अध्यक्ष महाराज सिंह पटेल ने किया। धरना में प्रदेश प्रवक्त राम पाण्डे, जिला संगठन मंत्री सुरेन्द्र यादव, मोहन महेश्वरी, चतुर्भुज धनोलिया, विनोद जैन, देवन्द्र चौहान, महादेव अपोरिया, हितेन्द्र यादव, अनूप शिवहरे, वरिष्ठ नेता जे.एच. जाफरी, राजकुमार शर्मा, संभागीय मीडिया धमेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ नेता बलवीर तोमर, पार्षद श्रीमती कमलेश बलवीर तोमर, प्रमोद खरे, श्रीमती लक्ष्मी सुरेश सिंह, श्रीमती गायत्री सुधीर मण्डेलिया, अंकित कठठ्ल, सुरेन्द्र साहू, अवधेश कौरव, श्रीमती सरोज हेवरन कंषाना, केदार बरहादिया समेत हजारों की संख्या में आम जन और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
धरने में व्यापारी हुये शामिलः- महापौर के नेतृत्व में दिये गये धरने में चेम्बर ऑफ काॅमर्स, व्यापारिक संगठन कैट, दाल बाजार, लोहिया बाजार, सराफा बाजार, मुरार सराफा बाजार, ग्वालियर सराफा बाजार, मेला व्यापारी संघ समेत अनेक सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुये। चेम्बर के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल, पूर्व उपाध्यक्ष बसंत अग्रवाल ने अपने उद्बबोधन में कहा कि महापौर ने गार्वेज शुल्क कम करने को लेकर जो वायदा व्यापारियों से किया था, वह वादा उन्होंने पूरा किया है। गार्वेज शुल्क कम करने में भाजपा अगर सहयोग नहीं करेंगी तो उसे दुष्परिणाम भुगतने पडेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महापौर जहाॅ-जहाॅ हमारी लडाई लडे़गी, हम सब उनके साथ खड़े रहेंगे। इस मौके पर अनेक व्यापारियों ने विचार व्यक्त किये। धरना स्थल पर मेला व्यापारी संघ के सचिव महेश मुद्गल, चेम्बर ऑफ काॅमर्स के संयुक्त अध्यक्ष हेमंत गुप्ता, राकेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संदीप नारायण अग्रवाल, संयुक्त सचिव पवन अग्रवाल, दाल बाजार समिति से दीपक गुप्ता, मनोज अग्रवाल, कैट के उपाध्यक्ष रवि गुप्ता, सचिव मनोज चौरसिया, दिलीप पंजवानी, विवेक जैन, जगदीश मित्तल, दाल बाजार समिति के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र साहू, गहोई समाज मुरार के अध्यक्ष घनष्याम गुप्ता, चेम्बर के कार्यकारणी सदस्य संजीव अग्रवाल , प्रतीक जैन , सौरभ गुप्ता, विपुल गुप्ता, आशीष जैन, संजय बसंल, उमेश उप्पल समेत सैकड़ो व्यापारी मौजूद रहे।
धरना स्थल पर विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुये महापौर डाॅ. शोभा सिकरवार ने कहा कि नगर निगम चुनाव के दौरान ग्वालियर की जनता से वायदा किया था कि नगर निगम में हमारी सरकार बनती है तो हम पुराने पानी के बिल माफ करेगें, गार्वेज शुल्क में संशोधन करेंगे और कर्मचारिओं के हित में हर संभव प्रयास कर निर्णय करेंगे। इन सब वादों को पूरा करते हुये हमने नगर निगम में अपना चार्ज लेने के साथ ही आपसे किये हुये वायदों को पूरा करने का प्रयास करते हुये सबसे पहले एम.आई.सी में दिसंबर 2021 से पहले के बकाया पानी के बिल माफ करने का प्रस्ताव पास किया। उसके कुछ दिन बाद हमने गार्वेज शुल्क में संशोधन करते हुये एम.आई.सी से प्रस्ताव पास किया, जिससे ग्वालियर की जनता को गार्वेज शुल्क के भार से राहत मिल सके। उसके बाद हमने नगर निगम सीमा में आने वाले सभी उद्योगिक ईकाईयों संम्पतिकर में राहत देने के लिये परिक्षेत्र 3 में शामिल किये जाने का प्रस्ताव पास किया। इसके बाद हमने नगर निगम सीमा में आने वाली सभी मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा, चर्च आदि धार्मिक संस्थानों को सम्पतिकर एवं गार्वेज शुल्क से मुक्त रखे जाने का प्रस्ताव भी एम.आई.सी में पास किया एवं कर्मचारियों को छठवां, सातवां वेतन लागू किये जाने को लेकर कई बार अधिकारियों को प्रस्ताव मांगा गया। उन्होंने कहा कि ग्वालियर के विकास के लिये कांग्रेस पार्टी सकारात्क रूप से मेयर इन काॅउसिंल में निर्णय ले रही है, मगर उन्हे जानबूझ कर रोका जा रहा है। महापौर ने कहा कि अगर जनहित से जुडे प्रस्ताव परिषद में नही लाये गये, तो कांग्रेस पार्टी हर वार्ड में धरना प्रदर्शन करने के लिये बाध्य होगी। इस मौके पर कांग्रेस प्रभारी श्री भाटिया ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश में झूठ-फरेब और छल-कपट की राजनीति कर जनता के साथ विश्वासघात कर रही है। प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से त्रस्त है, उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में जनता सबक सिखायेगी। शहर कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ. देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि शहर के विकास के लिये और आम जनता को लाभ पहुॅचाने की दृष्टि से मेयर इन काॅउसिंल ने अनेक जनहितकारी निर्णय लिये इनको भाजपा द्वारा रोकने का काम किया जा रहा हैं। कांग्रेस पार्टी जनता को लाभ पहुॅचाने वाले प्रस्तावों को आंदोलित रहेगी। विधायक डाॅ. सिकरवार ने कहा कि भाजपा के नेता अपने आपको गरीबों का हितैषी बताते है मगर असलियत यह है कि यह लोग गरीबों के नाम पर सिर्फ घडियाली आंसू बहाते हैं और गरीबों के हित में महापौर एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा लिये निर्णयों का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की मांग पर महापौर ने गार्वेज शुल्क कम करने के लिये मेयर इन काॅउसिंल में प्रस्ताव पास किया, इसके अलावा वर्ष 2021 तक का बकाया जलकर माफ करने समेत कर्मचारियों के हित वाले प्रस्तावों का भी भाजपा विरोध कर रही हैं। इससे इसकी करनी और कथनी उजागर होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विकास की सौगातें लाते हैं और चुनाव में जब भाजपा प्रत्याशी हार जाते है तो वह सौगातों का पैसा वापस ले जाते है। उन्होंने कहा कि ऐसे विकास विरोधियों और बिकाऊ लोगों को सबक सिखाने के लिये आप सबने पहले भी कांग्रेस पार्टी को आर्शीवाद दिया और आगे भी आर्शीवाद मिलेगा, ऐसी अपेक्षा कांग्रेस पार्टी करती है। इसके साथ ही कांग्रेस के अन्य नेताओं ने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन कार्यकारी अध्यक्ष महाराज सिंह पटेल ने किया। धरना में प्रदेश प्रवक्त राम पाण्डे, जिला संगठन मंत्री सुरेन्द्र यादव, मोहन महेश्वरी, चतुर्भुज धनोलिया, विनोद जैन, देवन्द्र चौहान, महादेव अपोरिया, हितेन्द्र यादव, अनूप शिवहरे, वरिष्ठ नेता जे.एच. जाफरी, राजकुमार शर्मा, संभागीय मीडिया धमेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ नेता बलवीर तोमर, पार्षद श्रीमती कमलेश बलवीर तोमर, प्रमोद खरे, श्रीमती लक्ष्मी सुरेश सिंह, श्रीमती गायत्री सुधीर मण्डेलिया, अंकित कठठ्ल, सुरेन्द्र साहू, अवधेश कौरव, श्रीमती सरोज हेवरन कंषाना, केदार बरहादिया समेत हजारों की संख्या में आम जन और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
धरने में व्यापारी हुये शामिलः- महापौर के नेतृत्व में दिये गये धरने में चेम्बर ऑफ काॅमर्स, व्यापारिक संगठन कैट, दाल बाजार, लोहिया बाजार, सराफा बाजार, मुरार सराफा बाजार, ग्वालियर सराफा बाजार, मेला व्यापारी संघ समेत अनेक सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुये। चेम्बर के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल, पूर्व उपाध्यक्ष बसंत अग्रवाल ने अपने उद्बबोधन में कहा कि महापौर ने गार्वेज शुल्क कम करने को लेकर जो वायदा व्यापारियों से किया था, वह वादा उन्होंने पूरा किया है। गार्वेज शुल्क कम करने में भाजपा अगर सहयोग नहीं करेंगी तो उसे दुष्परिणाम भुगतने पडेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महापौर जहाॅ-जहाॅ हमारी लडाई लडे़गी, हम सब उनके साथ खड़े रहेंगे। इस मौके पर अनेक व्यापारियों ने विचार व्यक्त किये। धरना स्थल पर मेला व्यापारी संघ के सचिव महेश मुद्गल, चेम्बर ऑफ काॅमर्स के संयुक्त अध्यक्ष हेमंत गुप्ता, राकेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संदीप नारायण अग्रवाल, संयुक्त सचिव पवन अग्रवाल, दाल बाजार समिति से दीपक गुप्ता, मनोज अग्रवाल, कैट के उपाध्यक्ष रवि गुप्ता, सचिव मनोज चौरसिया, दिलीप पंजवानी, विवेक जैन, जगदीश मित्तल, दाल बाजार समिति के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र साहू, गहोई समाज मुरार के अध्यक्ष घनष्याम गुप्ता, चेम्बर के कार्यकारणी सदस्य संजीव अग्रवाल , प्रतीक जैन , सौरभ गुप्ता, विपुल गुप्ता, आशीष जैन, संजय बसंल, उमेश उप्पल समेत सैकड़ो व्यापारी मौजूद रहे।