ग्वालियर। ग्वालियर सहित मध्यप्रदेश के सभी मिलियन प्लस शहरों में वायु गुणवत्ता की स्थिति संतोषजनक है। यह मूल्याकंन केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किया गया है। प्रदेश में भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर मिलियन प्लस सिटी है।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए देश भर के मिलियन प्लस शहरों का मूल्यांकन किया गया। मूल्याकंन का आधार पीएम 10 के स्तर में कमी और गुड डेज़ की संख्या में वृद्धि रखा गया था। इसी तारतम्य में नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव श्री नीरज मंडलोई द्वारा सभी मिलियन प्लस शहरों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
श्री मंडलोई ने कहा है कि ग्वालियर, जबलपुर व भोपाल वर्ष 2021-22 में वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए आवंटित राशि का 100 प्रतिशत एवं वर्ष 2022-23 में प्राप्त राशि का न्यूनतम 75 प्रतिशत उपयोग 28 जून तक आवश्यक रूप से करें, इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्राप्त होने वाली राशि के अनुसार अपना वार्षिक एक्शन प्लान तैयार कर पीआरएएनए पोर्टल पर 28 जून तक दर्ज करें। अन्य योजनाओं जैसे स्मार्ट सिटी, स्वच्छ भारत मिशन इत्यादि से समन्वय कर शहर की वायु गुणवत्ता सुधार के लिए योजना तैयार करें। सभी शहरों को “स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023” के लिए तैयारी कर दस्तावेज 5 जुलाई 2023 तक दर्ज करने के लिए भी निर्देशित किया गया है।