भोपाल/ चंबल के बीहड़ों में आतंक का पर्याय रहे पूर्व डकैत मलखान सिंह ने बुधवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। वहीं, सागर और छतरपुर में जिला शिक्षा अधिकारी रहे निवाड़ी के संतोष शर्मा ने भी समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ले ली।
1982 में किया था आत्मसमर्पण
गौरतलब है कि मलखान सिंह ने अपने गिरोह के साथियों के साथ वर्ष 1982 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उनका झुकाव भाजपा की ओर हुआ। 2014 के चुनावों में उन्होंने भाजपा के लिए प्रचार भी किया था। लेकिन 2019 में भाजपा की ओर से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने पार्टी छोड़ दी।
पत्नी है सरपंच
इसके बाद मलखान उत्तर प्रदेश के शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे और चुनाव भी लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उनकी पत्नी ललिता राजपूत फिलहाल गुना की सुगनयाई ग्राम पंचायत की सरपंच हैं।वहीं, निवाड़ी के संतोष शर्मा ने भी समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ली। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया भी उपस्थित थे।