MP/ ग्वालियर में 5 हजार रुपये के इनामी गुंडे पवन जाटव ने हस्तिनापुर थाने के सिपाही कपिल जयंत को गोली मार दी सिपाही साथी पुलिसकर्मियों के साथ इनामी गुंडे को दबोचने उसकी ससुराल गया था। सिपाही ने उसे पीछे से पकड़ा तो गुंडे ने कमर से पिस्टल निकालकर एक के बाद एक दो फायर कर दिए पहली गोली सिपाही के सिर में लगी, दूसरी गोली पेट को चीरकर आरपार निकल गई पुलिसकर्मियों ने कपिल को बचाया और गुंडे को दबोच लिया है।
सिपाही कपिल ने गुंडे को नहीं छोड़ा
हवलदार वकील सिंह ने बताया कि पिछोर थाने में गुंडे पवन जाटव पर 5 हजार रुपये का इनाम घोषित है। उसने 20 मई को पिछोर थाने में रिश्तेदार को गोली मार दी थी। वह फरार चल रहा था। हस्तिनापुर में उसकी ससुराल है सोमवार को ससुराल आने की सूचना मिली थी। मैं और सिपाही कपिल जयंत सिविल ड्रेस में बाइक से उसकी घेराबंदी के लिए रवाना हुए। थाने की गाड़ी में चार अन्य पुलिसकर्मी थे। यह लोग ड्रेस में थे।
मैं और कपिल आगे पहुंचे। बाइक घर से थोड़ी दूर रोकी। हम दोनों अंदर गए, तो पवन से आमना-सामना हो गया। कपिल ने पीछे से पकड़ लिया। मैंने बगल से पकड़ा। वह कमर में पिस्टल लगाए हुए था। उसने शर्ट उतारकर भागने की कोशिश की। कपिल ने फिर भी उसे नहीं छोड़ा। उसने कमर से पिस्टल निकाली ली। हमें नहीं पता था उसके पास पिस्टल है
उसने अचानक पिस्टल निकालकर बगल से एक गोली ऊपर की तरफ चलाई। गोली कपिल के माथे को छूकर निकली। दूसरी गोली पेट में मार दी, फिर भी कपिल उसे पकड़ा रहा। मैंने पिस्टल छीनने की कोशिश की, तो वह गोली चलाने की कोशिश कर रहा था। थाने का अन्य स्टाफ आ गया। उसे पकड़ लिया। कपिल को अस्पताल ले गए हैं।
घायल सिपाही को ले गए अस्पताल
गोली लगने से घायल सिपाही कपिल को किसी तरह साथियों ने संभाला। उसे पहले बिड़ला हास्पिटल, फिर जयारोग्य अस्पताल के ट्रामा सेंटर, उसके बाद हजार बिस्तर अस्पताल ले गए। आरोपित को थाने ले गए हैं। आरोपित अभी पुलिस की हिरासत में ही है। वारदात के बाद ग्वालियर जोन के एडीजी डी.श्रीनिवास वर्मा, एसएसपी राजेश सिंह चंदेल, एएसपी ऋषिकेष मीणा सहित अन्य पुलिस अधिकारी अस्पताल में मौजूद थे। सिपाही की पत्नी और अन्य स्वजनों से भी पुलिस अधिकारियों ने बात की है।
हत्या के प्रयास और लूट के अपराध में शामिल
आरोपित पवन जाटव ने रिश्तेदार पर सिर्फ कुर्सी को लेकर हुए विवाद में गोली मार दी थी। उस पर पुरानी छावनी, बानमोर और पिछोर में पांच आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। पिछोर में 20 मई को गोली मारने के बाद ही फरार चल रहा था। उस पर हत्या के प्रयास और लूट जैसे सनसनीखेज अपराध हैं।
पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल
सिपाही की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। अस्पताल में सिपाही का सीटी स्कैन हो रहा था, तब उनकी पत्नी पहुंच गई। पत्नी बार-बार बोल रही थी, एक बार बात करवा दो।
थाना प्रभारी की भूमिका पर सवाल
इस मामले में थाना प्रभारी सुरेश राय की लापरवाही सामने आई है। पुलिस अधिकारियों ने इसे लेकर फटकार लगाई। आरोपित को पकड़ने गई टीम के साथ थाना प्रभारी नहीं थे पुलिस अधिकारियों ने भी नाराजगी लगाई। यह भी खबर है उसके पास हथियार होने की खबर थी, लेकिन फिर भी लापरवाही बरती गई।
सिपाही खतरे से बाहर- एडीजी
पांच हजार रुपये के इनामी बदमाश को पकड़ने टीम गई थी। आरोपित ने गोली चलाई, दो गोली सिपाही को लगी हैं। इस मामले में आरोपित को पकड़ लिया गया है। सिपाही खतरे से बाहर है।
डी.श्रीनिवास वर्मा, एडीजी, ग्वालियर जोन