ग्वालियर स्मार्ट सिटी को बेस्ट प्रोजेक्ट में मिला प्रतिष्ठित आईसैक अवॉर्ड

 

ग्वालियर / भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत स्मार्ट सिटीज़ मिशन के इंडिया स्मार्ट सिटीज़ अवार्ड प्रतियोगिता (आईसैक) अवॉर्ड्स की घोषणा आज शुक्रवार को वर्चुअल माध्यम से की गई। इन अवॉर्ड्ज़ की घोषणा एक चरणबद्ध प्रक्रिया के उपरान्त की जाती है। प्रत्येक श्रेणी में अधिकांश शहर इस प्रतिष्ठित सम्मान को प्राप्त करने के उद्देश्य से प्रतिभागी बनते हैं। ग्वालियर स्मार्ट सिटी के प्रयासों ने एक बार फिर राष्ट्रीय पटल पर ग्वालियर को अंकित करने में अपनी भूमिका निभाई है। वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम मे ग्वालियर स्मार्ट सिटी के कंट्रोल कमांड सेंटर से स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती नीतू माथुर तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। आईसैक अवार्डस के तहत ग्वालियर स्मार्ट सिटी को आईसीसीसी विजीनेस माँडल श्रेणी में आईटीएमएस यानि इंटेलीजेंस ट्रैफिक मेनेजमेंट सिस्टम के लिये पुरस्कृत किया गया है। इस श्रेणी में 32 सिटीस द्वारा 37 परियोजना की प्रतिभागिता की गई थी जिसमे से ग्वालियर को इस श्रेणी मे सम्मानित किया गया है।
स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती नीतू माथुर ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आई॰एस॰ए॰सी॰ अवॉर्ड केन्द्रीय शासन द्वारा दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित सम्मान है। यह पूरे ग्वालियर शहर के लिये खुशी और गर्व का मौका है कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी को इस प्रतिष्ठित मंच पर दूसरी बार सम्मानित होने का अवसर प्राप्त हुआ है और इस प्रतिस्पर्धा में ग्वालियर स्मार्ट सिटी की परियोजना को मिले सम्मान ने पूरे देश मे ग्वालियर का गौरव बढ़ाया है। ग्वालियर स्मार्ट सिटी काँरपोरेशन द्वारा विरासतों का संरक्षण, विकास का दर्पण ध्येय के साथ शहर की विरासत को सहेजने के साथ ही महत्वपूर्ण योजनाओं के माध्यम से शहर के विकास को भी गति प्रदान की है, और यह अवॉर्ड हमें आने वाले वर्ष में और बेहतर करने के लिये प्रेरित करेगा। श्रीमती माथुर ने जानकारी देते हुए बताया कि आईटीएमएस यानि इंटेलीजेंस ट्रैफिक मेनेजमेंट सिस्टम द्वारा शहर मे यातायात को सुगम और सुव्यवस्थित बनाने मे अपना महत्वपूर्ण योगदान है। इससे न केवल यातायात सुगम हुआ है बल्कि ई-चालान प्रक्रिया के तहत यातायात नियमो तोडने वालो पर कार्यवाही करना आसान हुआ है। वही इस सिस्टम के क्रियांवित होने से शहरवासियो मे भी यातायात नियमो का पालन करने को लेकर जागरुकता बढी है।

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