दतिया/मुख्य चिकित्सा अधिकारी की उदासीनता के कारण दतिया जिले में बंगाली एवं झोला छाप डॉक्टरों की भरमार!
अगर बात करें दतिया जिले की तो बडोनी में मंडी, उनाव में भांडेर रोड, इंदरगढ़ में मेन मार्केट, भांडेर में थानेव के पास एवं बाजार में और अगर वही बात करें ग्रामीण अंचलों की तो कुकरमुत्ते के फूल जैसे क्लीनिक सजाए बैठे हुए हैं डॉक्टर दवा लगी तो आराम बरना जय जय सियाराम
ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि लाखों रुपए खर्च कर डॉक्टर की डिग्री लेकर डॉक्टरी पढ़कर लोगों को जीवन देने वाले डॉक्टर सही से काम नहीं कर पा रहे और वहां हाथ मार रहे हैं झोला छाप डॉक्टर
सूत्रो की माने तो अगर बात करें उन्नाव बालाजी की तो कक्षा आठवीं पास डॉक्टर बन कर रहें इलाज
आखिर सवाल खड़ा होता है कि आखिर मुख्य चिकित्सा अधिकारी क्यों है अनजान?
जब लोगों की चली जाती है जान चिकित्सा अधिकारी कहते हैं अब होगी जांच
आखिर इन डॉक्टरों के फलने फूलने के पीछे किसका है हाथ