निरूपा रॉय जी की पुण्यतिथि है,13 अक्टूबर 2004 को निरूपा रॉय जी का देहांत हुआ था। भारतीय सिनेमा में कई ऐसी अभिनेत्रियां आई हैं जिन्होंने मां के किरदारों को बहुत खूबसूरती के साथ जिया। और सब एक से बढ़कर एक रही हैं। लेकिन निरूपा रॉय जी को याद किया जाता है एक दुखियारी मां के तौर पर।
वैसे ये बात भी दिलचस्प है कि निरूपा रॉय जी का असली नाम कोकिला किशोरचंद्र बलसारा था। निरूपा नाम इन्हें इनके पति कमल रॉय जी ने दिया था। और फिर यही इनका फिल्मी नाम भी बन गया। ये 15 साल की ही थी जब कमल रॉय जी से इनकी शादी हो गई थी। शादी के कुछ दिन बाद ही पति संग ये मुंबई आ गई थी।
एक दफा इनके पति ने एक गुजराती अखबार में एक विज्ञापन देखा था। उस विज्ञापन में नए कलाकारों की तलाश की बात कही गई थी। पति संग ये भी ऑडिशन देने चली गई। और किस्मत से इनका सिलेक्शन भी हो गया। उस फिल्म का नाम था रनकदेवी(1946). इसी साल यानि 1946 में इन्होंने अपने करियर की पहली हिंदी फिल्म में भी काम किया जिसका नाम था अमर राज, जिसमें त्रिलोक कपूर मुख्य भूमिका में थे।
ढेरों फिल्मों में निरूपा रॉय जी ने लीडिंग लेडी के किरदार जिए थे। और फिर जब वक्त के साथ इन्होंने मां के किरदार निभाने शुरू किए तो ये भारत भर का जाना-पहचाना चेहरा बन गई। निरूपा रॉय जी अगर ज़िंदा होती तो आज 92 साल की हो जाती। किस्सा टीवी इस शानदार अदकारा को नमन करता है।