ग्वालियर /मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर डॉ.आर.के. राजोरिया ने अंगदान करने के लिए आनलाइन आवेदन कर एक नई मिसाल पेश की है।मानव व समाज हित में उनके द्वारा लिया गया यह निर्णय बहुत ही प्रशंसनीय है। अंगदान के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में अंगदान के प्रति जागरूकता और जानकारी दोनों का ही अभाव है। स्वेच्छा से अंगदान करने से कई लोगों का जीवन बदल सकता है।जब आप अपने शरीर के किसी अंग को दान करते हैं तो जो प्राप्त कर्ता होता है उसे लंबे समय तक जीवित रहने में मदद मिलती है। अंगदान किसी भी उम्र में किया जा सकता है लेकिन 18 वर्ष तक के दाताओं के पास पंजीकरण के लिए माता पिता या अभिभावक की सहमति होनी चाहिए। अंगदान कोई भी व्यक्ति , उम्र,जाति या धर्म की परवाह किए बिना कर सकता है, पर यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि इच्छुक अंगदाता एचआईवी, कैंसर, ह्रदय और फेफड़ों की बिमारी जैसी पुरानी बिमारियों से पीड़ित न हो अपने अंगों को दान करने में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध दाता अनुमति फ़ॉर्म को पूरा करके ऐसा कर सकता है। यह एक निःस्वार्थ कार्य है , हम सभी को मिलकर यह प्रण लेना चाहिए कि हम भारत में कभी भी किसी की भी मृत्यु अंग की कमी के कारण नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि इस अंगदान के पुनीत कार्य में स्वेच्छा से आगे आयें और किसी का जीवन बचायें और उसके परिवार में खुशियां लायें।