मुरैना/बयान बदलने के मामले में नेताओं का कोई जवाब नहीं है. वे ये भी नहीं समझते कि पब्लिक उनके बारे में क्या सोचेगी. ऐसा ही मामला शुक्रवार को मुरैना जिला न्यायालय परिसर में देखने को मिला है. चैक बाउंस मामले में कोर्ट रूम के अंदर राजीनामा करके बाहर निकले सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह मीडिया से मुखातिब होकर बोले कि उप चुनाव के दौरान उनकी एक पूरी चैकबुक चोरी हो गई थी. इस चैकबुक में से विरोधियों ने एक चैक फाड़कर बाउंस करवाने के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी करवा दिया
कोर्ट से मिली जमानत :वहीं, फरियादी मोहनलाल कुशवाह का कहना है कि विधायक ने पूरे पैसे देकर उससे राजीनामा कराया है. राजीनामा होने के बाद कोर्ट से उनका वारंट निरस्त करते हुए जमानत मिल गई है कोर्ट ने चैक बाउंस होने के मामले में सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. यह मामला मीडिया के माध्यम से सुर्खियों में आया तो विधायक प्रचार छोड़कर दौड़ते हुए सीधे जिला कोर्ट पहुंच गए. यहां पर फरियादी मोहनलाल कुशवाह पहले से ही मौजूद थे.
अजब सिंह ने ये तर्क दिया :कोर्ट से बाहर निकलते ही मीडिया से मुखातिब होते हुए विधायक अजब सिंह कुशवाह ने कहा कि उप चुनाव के दौरान उनकी एक पूरी चैक बुक चोरी हो गई थी. उनकी यह चैक बुक उनके एक रिश्तेदार के हाथ लग गई विपक्षी पार्टी के नेता ने इसका राजनीतिक लाभ लेने के उद्देश्य से मेरे रिश्तेदार को बहला-फुसलाकर एक चैक फाड़कर कोर्ट में लगवा दिया चैक बाउंस होने के बाद विरोधियों ने मेरा गिरफ्तारी वारंट भी निकलवा दिया वहीं, फरियादी मोहनलाल कुशवाह का कहना है कि विधायक ने कोर्ट के अंदर साढ़े तीन लाख रुपये देकर राजीनामा कराया है