MP/ भिंड जिले के लहार अनुविभाग के मिहोना तहसील कार्यालय में उप पंजियक कार्यालय में सूत्रो की माने तो दलालों के हवाले है मेंहगाँव पंजियक कार्यालय में पदस्थ रजिस्टार मंगलवार शुक्रवार को देते है मिहोना में ओफिस में अपनी सेवाएँ प्राइवेट लोगों के द्वारा रजिस्टार की मिली भगत से रजिस्ट्री में नियमावली को ताक पर रख कर की जाती है रजिस्ट्री अगर फ़ाइल में रजिस्टार साहब का खर्चा नहीं जुडा हो तो नियमों का हवाला देकर रोक दी ज़ाती है रजिस्ट्री प्रति रजिस्ट्री दलालों के द्वारा साहब की शुल्क अलग से रहती है चिन्हित , सूत्र यह भी बताते है क़ि अगर महोदय का खर्चा पहले से दे दिया जाए तो किसी भी दिन हो जाती है रजिस्ट्री क्यूँकि साहब मेंहगाँव से खोल देते है उक्त के लिए साइड , वेसे मिहोना में किसानों के लिए सप्ताह में दो दिन रहती है रजिस्टार साहब की आमद जिसमें मंगलबार शुक्रवार रजिस्ट्री के लिए है चिन्हित , सूत्रों बताते है क़ि साहब की मिली भगत से रजिस्ट्री करण में फ़र्ज़ी बाड़ा के साथ साथ फल फ़ूल रहा दलालों का कारोबार , भू माफियाओं से है गहरे सम्बंध है साहब के तो कुछ में संचालित है साइलेंट पार्टनरशिप जिसके चलते नगर में साथ ही गाँवों में अचानक जमीन की मँहगाई दुगनी नहीं तीन गुनी बल्कि दस गुना बढ़ गई है, जिससे जमीन माफिया इन दिनों अवैध कॉलोनाईजर लोगों को बिना परमीशन जमीन का सौंदा कर रहे है, सूत्रों की माने तो नगर में इन दिनों धडल्ले से अवैध कॉलोनियाँ काटी जा रही हैं, कॉलोनी का नक्शा तथा डायवर्सन पास कराए बिना ही मनमाने तरीके से रजिस्टार ओफिस में साँठ गाँठ कर रजिस्टार की मिली भगत से प्लाटिंग के साथ-साथ बड़ी संख्या में ज़मीन बेचने का कारोबार किया जा रहा हैं, कॉलोनाइजर बिना पंजीयन के ही यह काम कर रहे हैं, कॉलोनाइजरों के झांसे में फँसने के बाद लोगों को कॉलोनी में सुविधा नहीं मिलती, जिससे वे परेशान होते हैं, नगर परिषद द्वारा कई अवैध कॉलोनियों में से बड़े कॉलोनाइजरों को खुश करने की मंशा से अवैध रूप से पूर्व मे सडक़ भी डाली दी गई है। लोगों का यहाँ तक कहना है कि शहर में राजस्व विभाग के कर्मचारियों और प्रॉपर्टी डीलरों की साठगांठ से मिहोना नगर की भिंड रोड लहार रोड एवं मछ्न्ड लहार रोड बाइपास मछरया रोड सहित चारों दिशाओं पर खेती की जमीन ओने पौने दामों पर खरीद कर अवैध कॉलोनी काटने का गोरखधंधा इस समय फल फूल रहा है।
सुविधाओं के लाभ में भी हेराफेरी
अवैध कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को नगर परिषद क्षेत्र की सुविधाओं का लाभ भी नहीं मिल रहा है, इन्हें न पानी की सुविधा मिल रही और न ही बिजली की सुविधा, कॉलोनियों को पूर्ण विकसित करने का झांसा देकर आम जन को मुसीबत में डाला जा रहा है, कॉलोनियों में सडक़ व नाली निर्माण भी अपने ही खर्चों पर कराते है ।