दक्षिण सिनेमा के कई सितारे सिल्वर स्क्रीन पर ही नहीं, बल्कि वास्तविक जीवन में भी दूसरों की मदद के लिए जाने जाते हैं। नागार्जुन ने हैदराबाद-वारंगल राजमार्ग पर 1080 एकड़ का जंगल गोद लिया है। दिवंगत पुनीत राजकुमार ने कई गोशालाओं और अनाथालयों का संचालन किया और 1800 गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दिलाई। पुनीत के असामयिक निधन के बाद, विशाल ने इन बच्चों की शिक्षा की ज़िम्मेदारी ली। महेश बाबू ने तेलंगाना के सिद्धापुरम और हैदराबाद के बुर्रीपालेम को गोद लिया है। पुनीत राजकुमार भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी दानशीलता और नेक कामों की वजह से वे लोगों के दिलों में हमेशा ज़िंदा रहेंगे