Bhopal News: समस्याओं को लेकर नाराज हुए सदस्य, सीइओ ने कहा कराएंगे समाधान
Bhopal News : पहली साधारण सभा की बैठक में बोले जिला पंचायत सदस्य, स्वास्थ्य और शिक्षा भी ठप।
Bhopal News: जिला पंचायत कार्यालय में गुरुवार को हुई साधारण सभा की बैठक में नवनिर्वाचित सदस्यों ने बिजली, सड़क, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, गौशाला सहित अन्य समस्याओं के बारे में बताते हुए नाराजगी जताई। सदस्यों ने बताया कि ग्राम पंचायतों में पसरी समस्याओं से ग्रामीण परेशान हैं और इनका कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। सदस्यों की नाराजगी पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋतु राज ने आश्वासन दिया कि समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान कराया जाएगा। वहीं लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी
और सचिवों पर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में अध्यक्ष रामकुंवर गुर्जर, उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट सहित अन्य जिला पंचायत सदस्य उपस्थित थे।
धरातल पर नहीं उतरी योजनाएं, धड़ल्ले से कट रहे जंगल
बैठक में मौजूद जिला पंचायत सदस्य विक्रम भालेश्वर ने कहा कि ग्राम पंचायतों के लिए बनाई गईं सभी योजनाएं कागजों में चल रहीं हैं। यह धरातल पर नहीं उतर सकी है। बाड़ के बाद से हालात बेहद खराब हो गए हैं, सड़कें
उखड़ चुकी हैं। पुराने तालाब अधिक जलभराव के चलते जर्जर हो गए हैं उनके बांध टूटने लगे हैं। वन विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते जंगलों से बड़ी मात्रा में सागौन के पेड़ काटे जा रहे हैं। गायों के लिए सिर्फ नाम की गौशालाएं बनाई गई हैं, उनके रखरखाव और दाना व भूसा का कोई इंतजाम नहीं हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुचिकित्सक मनमर्जी से काम कर रहे हैं, विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं पशु पालकों तक नहीं पुहंच पा रही है।इस वजह से गायों में बीमारी फैल रही है।
कंपनी ने किसानों को बनाया चोर, दे रहे मनमर्जी से बिल
उपाध्यक्ष मोहन सिंह ने बताया कि तीन हजार से अधिक किसान बिजली नहीं मिलने के कारण परेशान हैं। कंपनी मनमर्जी से बिल बना रही हैं। कंपनी ने किसानों को ही चोर बना दिया है। जिले के करदई, मनीखेड़ी, राताताल खजूरी, देवपुर, कुठार, चंदेरी और शाहपुर इन ग्राम पंचायतों में मैंने खुद भ्रमण किया तो पता चला कि किसानों पर ही बिजली चोरी के प्रकरण दर्ज किए गए हैं। पूर्व में शासन ने 200 रुपये बिल निर्धारित किया था, अब कंपनी मनमर्जी से दो हजार से ढाई हजार रुपये तक के बिल थमा रही हैं। इस संबंध में किसानोें ने स्थानीय विद्युत वितरण केंद्र से लेकर कार्यपालन यंत्री पंकज यादव से तक शिकायत की है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।
अध्यक्ष के गांव में ही बंद रहता है स्वास्थ्य केंद्र
अध्यक्ष रामकुंवर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्राें पर ताले लगे रहते हैं। जिम्मेदार अधिकारी और स्वास्थ्य अमला नहीं पहुंचता है, इससे ग्रामीणों को शासन की स्वास्थ्य सेवाओं को लाभ नहीं मिल पा रहा
है। उन्होंने बताया कि उनके स्वयं के ग्राम बरखेड़ी देव में ही केंद्र बंद रहता है। इस पर सीएमचओ द्वारा अध्यक्ष को आश्वस्त किया गया है कि संबंधित डाक्टर एवं स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बंद पड़ी हैं 140 से अधिक नलजल योजनाएं
जिला पंचायत सदस्य विजिया विनोद राजौरिया, रश्मि अवनीश भार्गव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 140 से अधिक नलजल योजनाएं बंद पड़ी हुई हैं। पीएचई विभाग द्वारा किसी तरह का कोई कार्य ग्राम पंचायतों में नहीं
किया जा रहा है सिर्फ टैक्स वसूली की जा रही है। वहीं इंदिरा मीना, विनय मैहर ने बताया कि स्कूलों में शिक्षा भी ठप हो गई है। शिक्षक नहीं आ पा रहे हैं, उन्हें शहर में अटैच कर रखा है।