MP Medical Science University : जबलपुर चिकित्सा विश्वविद्यालय पहुंचीं पानी में भीगी उत्तर पुस्तिकाएं, छात्रों ने कहा- पास-फेल का धंधा शुरू
मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान चिकित्सा विश्वविद्यालय में अधिकारियों का कारनामा एक बार फिर चर्चा में है। मूल्यांकन कार्य के लिए पानी में भीगी उत्तर पुस्तिकाओं को विश्वविद्यालय भेज दिया। छात्र नेताओं का आरोप है कि कालेजों को फायदा पहुंचाने के लिए षड्यंत्र के तहत उत्तर पुस्तिकाओं को गीला किया गया है।
मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान चिकित्सा विश्वविद्यालय में अधिकारियों का कारनामा एक बार फिर चर्चा में है। मूल्यांकन कार्य के लिए पानी में भीगी उत्तर पुस्तिकाओं को विश्वविद्यालय भेज दिया। उत्तर पुस्तिकाएं नर्सिंग परीक्षा की हैं। छात्र नेताओं का आरोप है कि कालेजों को फायदा पहुंचाने के लिए षड्यंत्र के तहत उत्तर पुस्तिकाओं को गीला किया गया है। वहीं, अधिकारियों का कहना है कुछ परीक्षा कापियां गीली मिली थीं, जिन्हें सुखाकर स्कैन कर लिया गया है।
विदित हो कि इससे पूर्व भी उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल जलाने, पानी में फेंकने तथा जिस कक्ष में उन्हें रखा गया था, वहां पानी भरने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। छात्र नेताओं का कहना है कि परीक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी निजी फायदे के लिए इस तरह की घटनाएं कर रहे हैं। परीक्षाओं में पास फेल का धंधा फिर जोर पकड़ रहा है।
विभिन्न मांगों को लेकर कालेज के प्राध्यापकों ने दिया धरना
जबलपुर। प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ के नेतृत्व में प्राध्यापकों ने भोपाल में धरना दिया। प्रदर्शन में जबलपुर संभाग से आधा सैकड़ा प्राध्यापक शामिल हुए। प्राध्यापकों की मांग है कि वर्ष 2009 के बाद प्राध्यापकों की वरिष्ठता सूची अब तक जारी नही की गयी है। प्राध्यापकों ने आरोप लगाया कि विभाग की लचर कार्यप्रणाली के कारण अधिकांश महाविद्यालयीन शिक्षकों का भविष्य बर्बाद हो गया है। महिला प्रताड़ना की शिकायतों पर विभाग का रवैया लचर है जिसके कारण प्राध्यापकों में नाराजगी है। संघ के संभागाध्यक्ष प्रो.अरुण शुक्ल ने कहा कि संभाग के कालेजों से आधा सैकड़ा प्राध्यापक शामिल हुए। यह एक दिवसीय धरना था। प्रातांध्यक्ष डा.कैलाश त्यागी के नेतृत्व में बारह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन मप्र शासन को सौंपा गया।