शासकीय कमलाराजा कथा स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम. आर. कौशल की अध्यक्षता में इक्यूबेशन सेन्टर (उद्यम गंगा) द्वारा छात्राओं का स्टार्टअप एवं इनोवेशन के सम्बन्ध में जागरूकता एवं काउन्सलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया

Gwalior/आज दिनांक 08-09-2023 को महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम. आर. कौशल की अध्यक्षता में इक्यूबेशन सेन्टर (उद्यम गंगा) द्वारा छात्राओं का स्टार्टअप एवं इनोवेशन के सम्बन्ध में जागरूकता एवं काउन्सलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में इक्यूबेशन सेन्टर के नोडल अधिकारी डॉ. सामन्त सिंह सेंगर द्वारा छात्राओं से इनेवेशन एवं स्टार्टअप पर छात्राओं के साथ संवाद किया गया। कार्यक्रम में वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष एवं प्रशासनिक अधिकारी डॉ. हरीश अग्रवाल ने छात्राओं को स्टार्टअप को सरल भाषा में समझाया। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि छात्राओं को शिक्षा के साथ इक्यूबेशन सेन्टर के माध्यम से अपने स्वयं के भविष्य को महाविद्यालय द्वारा उच्च स्तरीय संवारने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कौशल ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि छात्राओं के इनोवेशन आइडिया / स्टार्टअप को इक्यूबेशन सेन्टर के माध्यम से हर सम्भव सहायता प्रदान की जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा महाविद्यालय में आत्म निर्भर मध्यप्रदेश रोडमैप के अन्तर्गत इक्यूबेशन सेन्टर की स्थापना की गई है।

इक्यूबेशन सेन्टर के नोडल अधिकारी डॉ. सामन्त सिंह सेंगर द्वारा बताया गया कि उच्च शिक्षा विभाग इक्यूबेशन सेन्टर को नींव (Nurturing of Innovation & Entrepreneurship Vision (NIEV) थीम पर कार्य करने का दिशा निर्देश प्राप्त हुए । इक्यूबेशन सेन्टर में छात्राओं के भविष्य निर्माण एवं सशक्त महिला उद्यमी योजना के रूप में तैयार किया जाएगा। डॉ. सेंगर द्वारा छात्राओं को उनके नवाचार एवं प्रतिभाओं को उद्यम स्वरूप देने के लिए प्रोत्साहन किया। महाविद्यालय के इक्यूबेशन सेन्टर को भविष्य में अन्य संस्थानों के साथ जोड़ा “जाएगा। ताकि वैश्विक स्तर पर छात्राओं की प्रतिभा को पहचान दिलाई जा सके। छात्राओं के लाभ के लिए उन्हें निर्वाध पथ प्रदर्शन के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा की प्राप्ति के दौरान अकादमिक योग्यता के साथ आजीविका के साथ रोजगार सृजन के लिए एक सकारात्मक प्रयास पर बल दिया गया। नोडल अधिकारी डॉ. सेंगर ने छात्राओं का बताया कि उनके द्वारा नवोन्मेषी विचार वाले उद्यम को स्टार्टअप के रूप में प्रारम्भ करने के लिए बौद्धिक विशेषज्ञों, तकनीकी एवं वित्तीय रूप में सहायता प्रदान की जाएगी। अब इक्यूबेशन के माध्यम से महाविद्यालय में ज्ञानगंगा के साथ उद्यम गंगा भी बहेगी। कार्यक्रम में छात्राओं ने सहभागिता कर इक्यूबेशन सेन्टर के प्रति उत्साह का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में सभी संकायों की लगभग 150 छात्राओं के स्टार्टअप एवं इनोवेशन आइडिया पर काउन्सलिंग कर प्रोत्साहित किया गया।

कार्यक्रम के अन्त में इक्यूबेशन सेन्टर के नोडल अधिकारी ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम. आर कौशल एवं वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष एवं प्रशासनिक अधिकारी के प्रति आभार व्यक्त किया एवं भविष्य में सहयोग की अपेक्षा की गई।

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