श्री शिवराज सिंह चौहान/एक साधारण किसान परिवार में 5 मार्च 1959 को सीहोर जिले के ग्राम जैत में जन्म लेने वाले श्री शिवराज सिंह चौहान जी का आज जन्म दिवस है और गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब प्रांतीय संगठन के संस्थापक अध्यक्ष की हैसियत से मैं संतोष गंगेले कर्मयोगी नौगांव बुंदेलखंड जिला छतरपुर उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं और दीर्घायु के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं हमारा उनके साथ आशीर्वाद और शुभकामनाएं हैं उनके बारे में जन्मदिन के लिए कलम से लिखना हमारा कर्तव्य बनता है हमारा धर्म बनता है और आपके बीच लिखने का प्रयास कर रहा हूं
छोटी सी किस श्री प्रेम सिंह और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुंदर भाई ईश्वर के अर्ध और भगवान शिव शंकर के भक्त थे और उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए संकल्प लिया था की प्रभु हमें एक ऐसी संतान दो जो समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए काम कर सके मानवता और मानव सेवा कर सके ईश्वर की ऐसी कृपा हुई 5 मार्च 1959 के दिन उनका जन्म हुआ उनका पालन पोषण ग्राम के ही शिक्षा दीक्षा हुई बचपन से ही वह चंचल थे और भगवान शिव के वरदान के रूप में उनका जन्म हुआ इसलिए माता-पिता ने उनका नाम शिवराज ही रखा
श्री शिवराज सिंह चौहान जी अपने बाल अवस्था मेंहमेशा ईश्वर की प्रार्थना देश प्रेम राष्ट्रभक्ति के गीत गया करते थे और वह जब उच्च शिक्षा की ओर बड़े सबसे पहले उन्होंने साइकिल यात्रा करते हुए सीहोर जाते थे उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सदस्यता 1972 में प्राप्त कर ली और वहीं से उनकी राजनीतिक सफर शुरू हुआ जब वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य बने बहुत से लोगों ने समझाया कि कांग्रेस सरकार है और यह संस्था सरकार विरोधी है लेकिन वह नहीं माने और 1975 में आपातकाल घोषित हुआ उसे दौरान उन्हें 1976 एवं 1977 जेल में डाल दिया गया जेल यात्रा सहने के बाद वह बाहर निकले और पुनः समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए काम करते रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित कार्यकर्ता के रूप में उनकी पहचान बनी देश सेवा राष्ट्र सेवा करने वाले व्यक्ति गिने जाने लगे
जनता की सेवा करने के कारण वह चुनाव में उतर गए और भारी मतों से 1990 में वह पहली बार विधानसभा के विधायक बने विधायक बनने के बाद उनका विवाह साधना सिंह से हो गया उनकी दो संताने
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख पदों पर रहते हुए उन्होंने देश और राष्ट्र की सेवा का संकल्प लिया विदिशा मध्य प्रदेश लोकसभा सीट से वह लगातार सांसद चुने गए और 2005 में भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश का अध्यक्ष बनाया अनेक राष्ट्रीय कार्यकारिणी में स्थान दिया अचानक पहली बार मुख्यमंत्री पद पर 19 नवंबर 2005 को नियुक्त किया गया दूसरी बार 12 दिसंबर 2008 को मुख्यमंत्री बने तीसरी बार 14 दिसंबर 2013 को बने इसी बीच कांग्रेस की सरकार 13 महीने के लिए बनी पुनः तोड़फोड़ की रानी से 23 मार्च 2020 को पुनः मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किया लगातार राजनीति में सक्रिय रहे और 2023 के चुनाव में विशाल प्रचंड बहुमत से भारतीय जनता पार्टी का बहुमत लेने के बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने उन्हें दरकिनार कर दिया और उनके स्थान पर डॉक्टर मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना दिया।
श्री शिवराज सिंह चौहान आज 65 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं और डबल छक्का मारने के चक्कर में उनको लोकसभा विदिशा से पुनः टिकट दिया गया है उनकी लगन मेहनत और जनता का प्यार इस एन लाडली बहन योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्वच्छ भारत अभियान तमाम ऐसी 100 योजनाएं जो जनता से जुड़ी थी उनके माध्यम से जनता को लाभ मिला और वह पूरे प्रदेश में देवता के स्वरूप महापुरुष के रूप में गिने जाने लगे जैसे ही मुख्यमंत्री पद से उनका नाम हटाया गया डॉक्टर मोहन यादव का नाम आया लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से और पोस्टों से उनका नाम गायब कर दिया ।
आज 5 मार्च 2024 है सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर श्री शिवराज सिंह चौहान का नाम 0.5. प्रतिशत भी उनके पोस्टर बैनर और जन्मदिन की शुभकामनाएं बधाई दिखाई दे रही हैं जनता कितनी स्वार्थ है कितनी डरपोक है भारतीय जनता पार्टी के नेता और विधायक सांसद जो कल तक शिवराज सिंह को अपना आदर्श गुरु मानते थे अपना सब कुछ मानते थे वही आज विधायक मंत्री संत्री कर्मचारी अधिकारी डर रहे हैं घबरा रहे हैं कि कहीं हम शिवराज सिंह को बधाई दें और हमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी प्रदेश कार्यकारिणी में नुकसान ना हो
इसीलिए संत तुलसीदास जी की वही चौपाई आज यहां सार्थक हो रही है और संसार में लोग स्वागत के लिए ही दोस्ती रिश्ते नाते बनाए जाते हैं बना रहे हैं कहा भी है कि आप बढ़ाना भैया सबसे बड़ा रुपैया इसीलिए। कहां गया है
श्री शिवराज सिंह चौहान जी को मेरी ओर से व्यक्तिगत रूप से बधाई शुभकामनाएं उनका जीवन मंगलमय हो और भविष्य में वह समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए संसद का चुनाव जीत के केंद्रीय मंत्रिमंडल में मानव संसाधन विभाग के प्रभारी बने जिससे मानवता बची रहे और मध्य प्रदेश सहित भारत में मानव कल्याण के लिए काम करते रहें