Madhya Pradesh News: संजय टाइगर रिजर्व में सतपुड़ा और कान्हा से लाए जाएंगे बायसन
Madhya Pradesh News: संजय टाइगर रिजर्व में विलुप्त हो चुके हैं बायसन, पार्क प्रबंधन कर रहा पुनर्वास का प्रयास
Madhya Pradesh News: नीलांबुज पांडे, सीधी। संजय टाइगर रिजर्व में 1998 से पहले बायसन दिखाई देते थे, अब ये विलुप्त हो चुके हैं। पार्क प्रबंधन ने फिर से इनका कुनबा बढ़ाने की तैयारी कर ली है। सतपुड़ा और कान्हा नेशनल पार्क से 50 बायसन संजय टाइगर रिजर्व में लाए जाएंगे। दो अलग-अलग स्थानों से लाए जा रहे बायसन से तीसरी उच्च स्तर के गुणों की प्रजाति तैयार होगी।
सब कुछ ठीक रहा तो करीब 25 दिन के अंदर जंगलों में बायसन देखने को मिलेंगे। सतपुड़ा रिजर्व से 15 और कान्हा टाइगर रिजर्व से 35 बायसन लाने की योजना है। एक नर बायसन के बीच में तीन मादा बायसन को रखने की योजना है। बायसन के अनुकूल यहां का जंगल, समतल मैदान, बड़े-बड़े चारागाह, पीने के लिए पानी भी है। यहां के 17 गांवों का विस्थापन होने से यह उम्मीद बढ़ गई है कि घास के मैदान के साथ बारहमासी नदियां बायसन को रास आएंगी।
बायसन के लिए यह है खास: संजय टाइगर रिजर्व का क्षेत्रफल और यहां का जंगल, समतल मैदान, बड़े-बड़े चारागाह, पीने के लिए पानी बायसन के लिए खास माना जा रहा है। दरअसल उनका भोजन घास ही है। रिजर्व क्षेत्र का पोड़ी, वस्तुआ रेंज के साथ पनखोर, गिजोहर, मंगरा, हाथी बंधा, पड़वारा, सुनिहा, तिनगी सहित कई गांव शामिल है। यहां के 17 गांव जिन्हें भी स्थापित किया गया है, इस एरिया में घास के मैदान के साथ बारहमासी पानी की नदियां बहती हैं।