Indian Railways: महू-सनावद-खंडवा ब्राडग्रेज, चोरल से मुख्तियारा बलवाड़ा के बीच कम होगी चढ़ाई

Indian Railways: पश्चिम रेलवे ने सर्वे का काम पूरा किया। ट्रेन की स्पीड बढ़ाने के लिए कर रहे कवायद, महू-सनावद के बीच बढ़ेगी दूरी।

घाट पर मालगाड़ी के पीछे नहीं लगाना पड़ेगा दूसरा इंजन
Indian Railways: कपिल नीले, इंदौर। महू-सनावद-खंडवा ब्राडग्रेज पर ट्रेनों को तेज गति से दौड़ने के लिए पश्चिम रेलवे फिर एक बार अलाइनमेंट बदल रहा है। चोरल से मुख्तियारा बलवाड़ा के बीच पहाड़ियों पर घुमाकर पटरियों की चढ़ाई कम की जाएगी। मगर इससे महू से सनावद के बीच दूरी थोड़ी बढ़ेगी। रतलाम मंडल ने जंगल में पटरियां बिछाने के लिए सर्वे पूरा कर लिया है। रिपोर्ट अभी रेलवे मुख्यालय को भेजना बाकी है। अधिकारियों के मुताबिक चढ़ाई कम करने से यात्री गाड़ी की 20 किमी रफ्तार बढ़ाई जा सकेगी। जबकि घाट पार करने के लिए मालगाड़ी के पीछे दूसरा इंजन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि रेलवे को जंगल की और जमीन लेनी पड़ेगी।
रतलाम मंडल महू से सनावद रेल खंड को दो हिस्सों में बना रहा है। पहला हिस्सा महू से मुख्तियारा बलवाड़ा तक और दूसरा मुख्तियारा बलवाड़ा से सनावद के बीच का है। छोटी से बड़ी लाइन में पटरियों को बदलने के लिए तीसरी मर्तबा सर्वे करवाना पड़ रहा है। इस बार पटरियों का ग्रेडिएंट यानी ढलान देने को लेकर सर्वे हुआ है, ताकि ट्रेनों को कम चढ़ाई के बीच पहाड़ों से गुजारा जा सके। पिछले सर्वे में 100 मीटर पर 1 सेमी ग्रेडिएंट लिया था, जबकि अब 150 मीटर पर 1 सेमी ग्रेडिएंट किया जा रहा है। पटरियों को ढलान देने का काम चोरल से मुख्तियारा बलवाड़ा के बीच होगा, क्योंकि घाट सेक्शन इन दोनों स्टेशनों के बीच है।
मंजूर हो चुका था प्रोजेक्ट
महू से सनावद के बीच बड़ी लाइन बिछाने के लिए पिछले सर्वे के मुताबिक दोनों स्टेशन के बीच 215 हेक्टेयर वनभूमि चिह्नित की गई। इसमें इंदौर वनमंडल की 190 और बड़वाह वनमंडल की 25 हेक्टेयर वनभूमि है। इस दौरान चालीस हजार पेड़ों को काटकर पटरियों को रास्ता दिया जाना था। वन अफसरों के मुताबिक पिछले सर्वे की रिपोर्ट पर वन व पर्यावरण मंत्रालय ने प्रोजेक्ट को मंजूर कर दिया था। नए सर्वे के मुताबिक 25-30 हेक्टेयर जमीन और बढ़ने वाली है।
औसतन स्पीड बीस किमी
मीटरगेज लाइन के दौरान ट्रेन की औसतन स्पीड बीस किमी रहती थी। महू से 40 किमी की गति से ट्रेन गुजरती थी। पातालपानी-कालाकुंड के बीच ट्रेन की स्पीड 16 किमी प्रतिघंटा होती थी। जबकि चोरल से मुख्तियारा बलवाड़ा के बीच 37 किमी की रफ्तार से दौड़ती थी। अधिकारियों के मुताबिक ग्रेडिएंट बढ़ाने से ट्रेन की स्पीड 10-20 किमी और बढ़ सकती है
बढ़ेगी दूरी
पहले महू से मुख्तियारा बलवाड़ा के बीच 38 किमी दूरी थी। पिछले सर्वे के मुताबिक इन दोनों स्टेशनों की दूरी 14 किमी बढ़कर 54 किमी हुई है। अब पटरियों को ढलान देने से दोनों स्टेशन की दूरी थोड़ी ओर बढ़ सकती है। माना जा रहा है कि 7-10 किमी का सफर और लंबा होगा।
ग्रेडिएंट बढ़ाने के साथ ही रेलवे ने पहली बार महू-सनावद ब्राडगेज के लिए मिट्टी परीक्षण करने का फैसला किया है। इसके लिए वन विभाग को पत्र लिखा है।
दोबारा होगा सर्वे
महू से सनावद स्टेशन के बीच रेल लाइन के लिए दोबारा सर्वे होगा। इसके लिए रेलवे की तरफ से पत्र आया था। मंजूरी के लिए रतलाम मंडल से चर्चा की गई। नया सर्वे ग्रेडिएंट बढ़ाने के लिए करना बताया है। जंगल की कुछ और जमीन प्रोजेक्ट में शामिल होगी।
नरेंद्र पंडवा, वनमंडलाधिकारी, इंदौर
कुछ दिनों में रिपोर्ट भेजेंगे
महू-सनावद के बीच नया सर्वे होगा। ग्रेडिएंट बढ़ाने से यात्री ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई जा सकेगी। सर्वे का काम पूरा हो चुका है। कुछ दिनों में रिपोर्ट बनाकर पश्चिम रेलवे मुख्यालय को भेजेंगे।

 

-विनीत गुप्ता, डीआरएम, रतलाम मंडल

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