Ganeshotsav 2022 : जबलपुर, गणेशोत्सव पर्व की तैयारियां शुरू हो गई है। बुधवार को घर-घर में भगवान गणेश की स्थापना की जाएगी। इस बार सुबह से रात तक गणेश स्थापना का मुहूर्त रहेगा। दस दिनी महोत्सव को लेकर हर तरफ उल्लास देखा जा रहा है। वहीं गणेश पंडालों में तैयारियां तेज हो गई हैं। कई पंडालों में पहले दिन ही प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी।

गणेश चतुर्थी के दिन गणेश भगवान के बाल रूप का पूजन किया जाता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि भगवान श्री गणेश प्रथम पूज्यनीय हैं। गणेश चतुर्थी भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी दिन मां पार्वती ने भगवान गणेश को जन्म दिया था। यह जन्म संसार में होने वाली संतान की तरह नहीं बल्कि देवियों की शक्ति के माध्यम से दिया गया। गणेश जी का जन्म दोपहर में हुआ था इसलिए गणेश चतुर्थी की पूजा हमेशा दोपहर के मुहूर्त में की जाती है। इस साल गणेश चतुर्थी 31 अगस्त, बुधवार को मनाई जाएगी।

गणेश चतुर्थी को चंद्र दर्शन न करें :

ज्योतिषाचार्य पंडित प्रवीण मोहन शर्मा ने बताया कि गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा का दर्शन न करें। यदि आपने इस दिन चंद्रमा का दर्शन कर लिया तो आप पर कलंक या गलत आरोप लग सकता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, गणेश चतुर्थी को चंद्रमा दर्शन के कारण ही भगवान कृष्ण पर स्यमन्तक मणि चोरी करने का मिथ्या आरोप

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