ग्वालियर में 4 साल बाद अगस्त माह में बादल हुए मेहरबान, सितंबर में वर्षा के कम है आसार
अगस्त की वर्षा ने कोटा पूरा कर दिया। अब शहर में औसत से अधिक वर्षा हो चुकी है, जबकि जिला पीछे है।
ग्वालियर, मानसून सीजन के 91 दिन बीत गए हैं, लेकिन अगस्त में शहर में बादल अच्छे मेहरबान हुए हैं। इस माह औसत वर्षा 355.2 मिमी दर्ज हुई है। औसत से 104.3 मिमी अधिक पानी बरसा है। चार साल बाद शहर में अगस्त में अच्छी वर्षा दर्ज हुई। हालांकि सितंबर के पहले सप्ताह में ज्यादा वर्षा की उम्मीद नहीं दिख रही है। इस कारण शहर को उमस भरी गर्मी का सामना करना होगा। सितंबर में मानसून कमजोर पड़ने लगता है। भारी वर्षा के आसार कम ही रहता है। स्थानीय प्रभाव से गरज-चमक के साथ वर्षा की संभावना रहेगी।
मानसून सीजन एक जून से 30 सितंबर के बीच रहता है, लेकिन इस बार जिले में खंड वर्षा का दौर जारी रहा था। इस कारण वर्षा में समानता नहीं है। जून व जुलाई औसत से कम वर्षा हुई थी। जिसकी वजह से शहर पिछड़ गया था और जिला औसत से ऊपर था, लेकिन अगस्त की वर्षा ने कोटा पूरा कर दिया। अब शहर में औसत से अधिक वर्षा हो चुकी है, जबकि जिला पीछे है। अब सितंबर से आस है। औसत तक पहुंचने के लिए 135.1 मिमी वर्षा की जरूरत है। मौसम विभाग में पिछले दस साल में दर्ज आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो अगस्त में चार बार ही अच्छी वर्षा होने से आंकड़ा 300 मिमी के ऊपर पहुंचा है।
तापमान पहुंचा 35 डिसे के पार, गर्मी ने किया बेहालः
-मंगलवार को आसमान साफ होने से सूरज की तल्खी बढ़ गई। अधिकतम तापमान 35.4 डिसे से रिकार्ड हुआ, जो सामान्य से 2 डिसे अधिक रहा। इस कारण दिन में उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। लाेग दिनभर पसीने से तरबतर हाेते रहे। बादल भी छाए रहे, लेकिन नमी कम होने की वजह से वर्षा नहीं हो सकी। बादल बिना वर्षा के विदा हो गए।