Indore Updates: फैक्ट्री मालिक के रवैये से नाराज 7 कर्मचारियों ने खाया जहर, सभी अस्पताल में भर्ती, जांच में जुटी पुलिस
Indore Updates : कर्मचारी बोले जिस फैक्टरी में 20 साल से नौकरी कर रहे उससे रातोंरात निकाला
इंदौर भंडारी मिल स्थित अजमेरा वायर प्रोडक्ट फैक्टरी के सात कर्मचारियों ने एक साथ जहर खा लिया।फैक्टरी माड्यूलर किचन का रो-मटेरियर सप्लाई करती है।कर्मचारियों का आरोप है कि संचालक रवि बाफना उन्हें निकालना चाहता है।दो दिन पूर्व उसने एमआर-10 स्थित फैक्टरी में शिफ्ट कर दिया।परदेशीपुरा पुलिस कर्मचारियों के कथनों की जांच कर रही है।
एसीपी (परदेशीपुरा) भूपेंद्रसिंह के मुताबिक घायल कर्मचारी जमनाधर विश्वकर्मा(न्यू गौरीनगर), दीपकसिंह (गौरीनगर), देवीलाल करेड़िया(मालवा मील), रवि करेड़िया (मालवा मील),राजेश मेमोरिया(नेहरु नगर),शेखर छगनलाल(मालवा मील) को एमवाय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
देवीलाल और जमनाधर ने पुलिस को बताया वह करीब 20 साल से फैक्टरी में काम कर रहे हैं, लेकिन सैलरी 12 से 20 हजार रुपये तक ही है।संचालक बाफना को कई बार बताया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।दो दिन पूर्व कहा इस फैक्टरी में ज्यादा काम नहीं है।इसलिए दूसरी फेक्टरी अजमेरा मेकर्स (एमआर-10) में शिफ्ट किया जा रहा है।
कर्मचारियों ने कहा कि एमआर-10 घर से काफी दूरी पर है।आने-जाने पर पेट्रोल ज्यादा लगेगा।संचालक ने उनकी बात सुनने से इन्कार कर दिया और कहा कि 1 सितंबर से एमआर-10 पर जाना पड़ेगा।जो कर्मचारी समय पर नहीं पहुंचेगा उसकी अनुपस्थिति लगा दी जाएगी।गुरुवार सुबह कर्मचारी फैक्टरी पहुंचे तो गार्ड ने रोक दिया।मालिक रवि बाफना ने बात करने से इन्कार कर दिया।गुस्से में कर्मचारियों ने जहरीला पदार्थ खाया का लिया। हालांकि बाद में उन्हें फैक्टरी की गाड़ी से एमवाय भेजा गया। डाक्टरों के मुताबिक सभी की हालत सामान्य है।
संचालक बोले काम नहीं बचा,कर्मचारियों ने कहा चार फैक्टरी बना ली
अजमेरा वायर और अजमेरा मेकर्स में रवि बाफना और पुनीत अजमेरा पार्टनर हैं। रवि ने कहा कंपनी वायर प्रोडक्ट बनाती है। कंपनी में 9 महीने से काम नहीं चल रहा था। 16 में से 7 कर्मचारियों को दूसरी फैक्टरी भेजा जा रहा था। बैठक में सभी ने सहमति भी दे दी थी, लेकिन अचानक उन्होंने ऐसा कदम उठा लिया। कर्मचारियों ने कहा संचालक गुमराह कर रहे हैं। हमने 20 साल तक दिनरात काम किया है। संचालक ने चार फैक्टरियां कर ली है। हमारा जरा भी भला नहीं सोचा। परिवार पालने में दिक्कत होती इसलिए जहर खाना पड़ा। एसआइ अजयसिंह कुशवाह के मुताबिक पुलिस कर्मचारियों के आरोपों की जांच कर रही है।