राख से सैनिटाइज बनाने वाली हिमांगी अब फ्रांस में करेगी भारत का नाम रोशन
राख से सैनिटाइजर बनाने वाली शहर की लाडली बेटी एवं जूनियर विज्ञानी हिमांगी हालदार के नवाचार को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन स्कोप कन्वेंशन सेंटर नई दिल्ली में प्रथम स्थान मिला है। अब वह फरवरी 2023 में पेरिस फांस में आयोजित यूएन ग्लोबल फोरम में अपनी प्रस्तुति देंगी।
बिलासपुर राख से सैनिटाइजर बनाने वाली शहर की लाडली बेटी एवं जूनियर विज्ञानी हिमांगी हालदार के नवाचार को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन स्कोप कन्वेंशन सेंटर नई दिल्ली में प्रथम स्थान मिला है। मंगलवार को भारत माता स्कूल प्रबंधन के सदस्यों व प्राचार्यों ने हिमांगी का सम्मान कर स्पष्ट किया कि अब वह फरवरी 2023 में पेरिस फांस में आयोजित यूएन ग्लोबल फोरम में अपनी प्रस्तुति देंगी। छत्तीसगढ़ और देश के लिए यह गौरव का क्षण होगा।
संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, यूनेस्को, भारत सरकार के वन व पर्यावरण मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन स्कोप कन्वेंशन सेंटर नई दिल्ली में पिछले दिनों आयोजित किया गया है। इसमें 167 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। 45 देशों से चयनित प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में अपनी सहभागिता दी। इस सम्मेलन का उद्देश्य एक वैश्विक मंच प्रदान करना है, जिसके द्वारा सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किए जा रहे नवाचार को प्रस्तुत करना है। भारतमाता अंग्रेजी माध्यम स्कूल बिलासपुर कक्षा 11वीं की छात्रा एवं शिक्षक पानू हालदार की बिटिया हिमांगी हालदार ने इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनके प्रोजेक्ट “राख से सैनेटाइजर” का निर्माण को प्रथम स्थान मिला। वापसी के बाद मंगलवार को भारत माता स्कूल के प्राचार्य फादर सलीन पी. फादर पंकज एवं उप प्राचार्य सिलविया गिरवाल सहित मैनेज फादर फ्रासिंस टी. ने हिमांगी को सम्मानित किया। इस दौरान हिमांगी ने अपनी सफलता को लेकर अनुभव भी साझा किया।
45 देशों के होंगे चयनीत प्रोजेक्ट
हिमांगी फरवरी 2023 में पेरिस फांस में आयोजित यूएन ग्लोबल फोरम में अपनी प्रस्तुति देंगी। छात्रा ने जलवायु परिवर्तन का सामना कचरा प्रबंधन, स्मार्ट सिटी प्रबंधन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी परियोजना को प्रस्तुत किया। छात्रा ने मिड डे मील के पहले हाथ धोने या शौचालय के बाद हाथ धोने की उचित व्यवस्था करने के लिए इस नवाचार को तैयार किया है। वाटरमैन आफ इंडिया राजेंद्र सिंह, यूएनईपी यूनेस्को के डायरेक्टर कार्तिकेय साराभाई, प्रभजोत सोढ़ी, रामभुज एवं अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. जीडी शर्मा ने प्रोजेक्ट की सराहना किया। पूनम सिंह मेंटर के रूप में इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुईं।