दरोगा की वर्दी पहनकर ठगने वाला दबोचा, दिल्ली पुलिस की महिला आरक्षक से झूठ बोलकर रचाई शादी
दरोगा की वर्दी पहनकर लोगों को ठगने वाला आरोपित पुलिस ने दबोचा है। वह वर्दी पहनकर कभी होटल में जाता तो कभी शहर के मुहानों पर खड़ा होकर ट्रक और डंपर चालकों से वसूली करने लगता। लोगों से पैसा उधार लेकर भी उन्हें ठगता था।
दरोगा की वर्दी पहनकर लोगों को ठगने वाला आरोपित पुलिस ने दबोचा है। वह वर्दी पहनकर कभी होटल में जाता तो कभी शहर के मुहानों पर खड़ा होकर ट्रक और डंपर चालकों से वसूली करने लगता। लोगों से पैसा उधार लेकर भी उन्हें ठगता था। इतना ही नहीं उसने दिल्ली पुलिस की एक महिला आरक्षक को भी झूठ बोलकर फंसा लिया, खुद को मप्र पुलिस का दरोगा बताकर उससे शादी रचा ली। जब वह पकड़ा गया तक महिला आरक्षक को उसके बारे में पता लगा। पकड़े गए आरोपित ने ग्वालियर ही नहीं शिवपुरी, मुरैना, धौलपुर, झांसी, दिल्ली और अन्य शहरों में ठगी की है।
दरअसल ग्वालियर में दो युवकों से एक युवक ने ठगी की थी, जो खुद को दरोगा बताता था। उसकी थाटीपुर स्थित जिम में युवकों से मुलाकात हुई थी। इनसे 9 हजार रुपए लेकर वह फरार हो गया था। वह वर्दी भी पहनता था। सीएसपी मुरार ऋषिकेष मीणा ने बताया कि आरोपित की तलाश कर रहे थे। उसे शुक्रवार को दबोच लिया। जब उससे पूछताछ की गई तो बताया कि उसने कई लोगों को ठगा है। वह दरोगा की वर्दी पहनकर लोगों को झांसे में लेता था। फिर पैसे की जरूरत होने की बात कहकर ठगता था। इतना ही नहीं ट्रक चालक और डंपर चालकों को भी धमकाकर अवैध वसूली करता था। उसने दिल्ली पुलिस की एक महिला आरक्षक से दोस्ती की, उससे शादी कर ली। इतना ही नहीं झांसी में दरोगा बताकर शादी तय की, युवतियों के परिवार वालों से दहेज के नाम पर रुपए भी ले लिए। जब उसकी हकीकत पता लगी तो एफआइआर दर्ज कराई। उस पर झांसी में भी एफआइआर दर्ज है। महिला आरक्षक को उसके पकड़े जाने की सूचना दी गई है। रात तक महिला आरक्षक ग्वालियर नहीं आ पाई थी।
कभी शिवपुरी तो कभी ग्वालियर बताता था पोस्टिंग: आरोपित ठगी करने के बाद दूसरे शहर चला जाता था। बुलट से चलता था। वह कभी शिवपुरी तो कभी ग्वालियर में अपनी पोस्टिंग बताता था।