Solar and Lunar Eclipse 2022: 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण, 8 नवंबर को चंद्रग्रहण, दोनों ग्रहण देश में दिखाई देंगे
ग्रहण कब :-
खंडग्रास सूर्यग्रहण: 25 अक्टूबर
•ग्रहण का स्पर्श : दोपहर 4.43 बजे
• मोक्ष (समाप्ति) : शाम 6.41 बजे
ग्रस्तोदित खग्रास चंद्रग्रहण: 8 नवंबर
ग्रहण स्पर्श : दोपहर 2.39 बजे से प्रारंभ होगा।
मध्य शाम 4.33 बजे।
मोक्ष समाप्ति: 6.23 बजे।
• पर्वकाल : 3.39 घंटे।
सूतक : 8 नवंबर को सुबह 5.30 बजे से शुरू होगा।
(स्पर्श के समय स्नान, पूजन, अंत में स्नान फिर दान का विशेष महत्व है।)
रूप चतुर्दशी- दीपावली इस बार एक ही दिन क्यों?
– 24 अक्टूबर को चतुर्दशी तिथि शाम 4:34 बजे तक है। इसके बाद अमावस्या (दीपावली) प्रारंभ होगी, जो अगले दिन 25 अक्टूबर को शाम 4.4 बजे तक रहेगी। ऐसे में पर्वकाल (प्रदोषकाल) में अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर को होने से दीपावली का पर्व इसी दिन मनेगा। इसी दिन सुबह रूप चतुर्दशी का पर्व मनेगा।
सूतक 24 अक्टूबर की रात से शुरू होगा तो पूजन कब तक कर सकते हैं?
– दीपावली का पूजन 24 अक्टूबर को दिनभर अलग-अलग मुहूर्त में कर सकेंगे। ग्रहण काल के सूतक (रात 4:43बजे) के पूर्व तक दीपावली पूजन किया जाना शास्त्र सम्मत है।