Diwali 2022: उज्जैन के महाकाल मंदिर में फुलझड़‍ियों से आरती कर सबसे पहले मनाई गई दीपावली

Diwali 2022: परंपरा अनुसार तड़के चार बजे पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान को केसर चंदन का उबटन लगाया। इसके बाद पुजारी ने गर्म जल से भगवान को स्नान कराकर नवीन वस्त्र व आभूषण से दिव्य शृंगार किया गया।

Diwali 2022: ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार को तड़के चार बजे भस्म आरती में दीपावली मनाई गई। भगवान महाकाल को अन्नकूट लगाया गया, पश्चात खुशियों की फुलझड़ी से आरती की गई। रविवार को धनत्रयोदशी पर महाकाल की महापूजा के साथ दीपोत्सव की शुरुआत हुई। रविवार को भी भस्म आरती के दौरान फुलझड़ी जलाई गई। पं. महेश पुजारी ने बताया कि परंपरा अनुसार तड़के चार बजे पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान को केसर चंदन का उबटन लगाया। इसके बाद पुजारी ने गर्म जल से भगवान को स्नान कराकर नवीन वस्त्र व आभूषण से दिव्य शृंगार किया। इसके बाद भगवान को अन्नकूट के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के पकवान, फल, सूखे मेवे आदि का भोग लगाकर फुलझड़ी से आरती की गई। मंदिर में दीपोत्सव को लेकर आकर्षक पुष्प व विद्युत सज्जा की गई है।

धनत्रयोदशी पर कलेक्टर ने की महापूजा

ज्योतिर्लिंग की परंपरा अनुसार धनत्रयोदशी पर रविवार को सुबह नौ बजे भगवान महाकाल की महापूजा की गई। कलेक्टर आशीषसिंह ने सपत्नीक भगवान महाकाल का अभिषेक-पूजन किया। सुख-समृद्धि के लिए भगवान महाकाल को चांदी का सिक्का अर्पित किया गया। पुरोहित समिति द्वारा आयोजित पूजन में प्रशासक संदीप कुमार सोनी भी मौजूद थे।

श्री महाकाल महालोक में एक लाख दीप जलेंगे

नवनिर्मित श्री महाकाल महालोक में दीपावली पर एक लाख दीपक जलाए जाएंगे। भक्ति के आलोक से संपूर्ण लोक दैदीप्यमान होगा। दीपोत्सव के लिए श्री महाकाल लोक में अलग-अलग सेक्टर बनाए गए हैं। दोपहर में प्रत्येक सेक्टर में दीपक रखकर उनमें तेल व बाती रखी जाएगी। शाम छह से सात बजे के बीच दीप प्रज्वलित किए जाएंगे।

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