Investigation of Bishop in Jabalpur : पूर्व बिशप पीसी सिंह के ट्रस्ट जरोहा में आती थी देश-विदेश से फंडिंग

अब दस्तावेजों की जांच में पता चला है कि पूर्व बिशप पीसी सिंह, उसकी पत्नी नोरा सिंह, बेटे पीयूष और बेटी द्वारा संचालित जरोहा ट्रस्ट में देश व विदेश से फंडिंग होती थी। इस संबंध में टीम ने जानकारी भी जुटा ली है।

 पूर्व बिशप पीसी सिंह के फर्जीवाड़े की जांच कर रही ईओडब्ल्यू की टीम को लगातार नई-नई जानकारियां मिल रही हैं, जिससे जांच का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। अब दस्तावेजों की जांच में पता चला है कि पूर्व बिशप पीसी सिंह, उसकी पत्नी नोरा सिंह, बेटे पीयूष और बेटी द्वारा संचालित जरोहा ट्रस्ट में देश व विदेश से फंडिंग होती थी। इस संबंध में टीम ने जानकारी भी जुटा ली है।

 

टीम को प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि जरोहा ट्रस्ट में देश के कई शहरों से अलग-अलग नामों से फंड आता था। ट्रस्ट में विदेश से भी राशि आती थी। इसके अलावा पीसी सिंह के एक और ट्रस्ट का पता चला है, जो ग्रामीण क्षेत्र में था एवं पूर्व में ही बंद हो चुका है। इस बंद हो चुके ट्रस्ट में भी करोड़ों रुपये की राशि आने का पता चला है।

ईओडब्ल्यू की पूछताछ में अब तक पूर्व बिशप पीसी सिंह और उसका बेटा पीयूष सहित अन्य लोग यह स्पष्ट नहीं कर पाए कि जरोहा ट्रस्ट के माध्यम से कौन-कौन से कार्य किए जाते थे। टीम जरोहा ट्रस्ट के दस्तावेज खंगाल रही है। पीसी सिंह के बंद हो चुके ट्रस्ट के दस्तावेज भी तलाशे जा रहे हैं। बंद हो चुके ट्रस्ट का बैंक खाता कहां था, बैंक के माध्यम से बंद होने के पहले ट्रस्ट में कितनी राशि आई और गई, इसका भी पता लगाया जा रहा है।

तीन जा चुके जेल, कई और निशाने पर

ईओडब्ल्यू के शिकंजे में फंसे पीसी सिंह, उसका बेटा पीयूष पाल सिंह और करीबी सुरेश जैकब जेल में बंद हैं। इन तीन लोगों को जेल भेजने के बाद टीम अब उन लोगों का भी पता लगाने में जुट गई है, जो बिशप पीसी सिंह के साथ उसके फर्जीवाड़े में शामिल थे। ऐसे लोगों के खिलाफ भी जल्द ही कार्रवाई की जा सकती है।

रिपोर्ट तैयार करने में सतर्कता बरत रही टीम

पूर्व बिशप पीसी सिंह के मामले में ईओडब्ल्यू की एक टीम को विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार करने में लगा दिया गया है। रिपोर्ट तैयार करने में बेहद सावधानी बरती जा रही है। एक-एक साक्ष्य को, एक-एक व्यक्ति के बयान को फाइल किया जा रहा है। टीम इसमें कोई भी चूक नहीं करना चाहती। अगर जांच टीम द्वारा रिपोर्ट में कोई कमी पाई गई तोे ईओडब्ल्यू मुख्यालय इसे वापस कर देगा। इसके अलावा न्यायालय में भी इसका लाभ पीसी सिंह के पक्ष में जा सकता है और उसे जमानत मिल सकती है।

यह है मामला

ईओडब्ल्यू ने जबलपुर में आठ सितंबर को पीसी सिंह के नेपियर टाउन स्थित कार्यालय तथा घर पर छापा मारा था। इस दौरान 80 लाख का सोना, एक करोड़ 65 लाख रुपये नकद, 48 बैंक खाते, 18 हजार 352 यूएस डालर, 118 पांउड, नौ लग्जरी गाड़ियां, 17 संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे। ईओडब्ल्यू ने उसे नागपुर एयरपोर्ट से 12 सितंबर को गिरफ्तार किया था। इस दौरान 10 एफडी सहित 174 बैंक खातों का पता चला।

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