Umaria News : जंगल में छिपे लकड़ी चोरों ने की फायरिंग तो वन विभाग ने भी दिया जवाब

उमरिया पुष्पा के रूप में लाल चंदन चोर को सिनेमा में महिमा मंडित किया।्उस फिल्म की ही स्टाइल में उमरिया जिले में सक्रिय लकड़ी चोरअपना कारनामा दिखाने लगे हैं। बीती रात जंगल से सागौन की लकड़ी चोरी करके ले जा रहे मफिया को जब वन विभाग ने घेर लिया।

पुष्पा के रूप में लाल चंदन चोर को सिनेमा मे महिमा मंडित किया गया था। उस फिल्म की ही स्टाइल में उमरिया जिले में सक्रिय लकड़ी चोर अपना कारनामा दिखाने लगे हैं। बीती रात जंगल से सागौन की लकड़ी चोरी करके ले जा रहे मफिया को जब वन विभाग ने घेर लिया तो उन्होंने सारी लकड़ी नहर में डाल दी और खुद जंगल में छिप गए। अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल में छिपे लकड़ी चोरों ने फायरिंग भी कर दी। जवाब में वन विभाग के अधिकारियों ने भी फायर किया। हालांकि इस घटना में किसी के भी घायल होने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इतना कुछ होने के बावजूद लकड़ी चोरों को पकड़ा नहीं जा सका और वे अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए।

ददरी नहर में मिली लकड़ी

रात को लकड़ी चोरों के मौके से भाग जाने के बाद मुख्यालय से सटे ग्राम ददरी स्थित नहर में लाखों की इमारती लकड़ी जब्त की गई है। बताया गया है कि पानी के बहाव के कारण नहर में फेंकी गई सागौन की लकड़ी काफी दूर तक बह गई

थी। वन विभाग के अमले ने शनिवार की सुबह से लकडि़यों को एकत्र करना शुरू किया और दोपहर एक बजे के करीब इस काम को खत्म किया। रेग्युलर फारेस्ट और वन विकास निगम की संयुक्त कार्रवाई में दो घन मीटर से ज्यादा सागौन कीलकड़ी जब्त होने की जानकारी सामने आई है।

 

ट्रेक्टर से बांधकर निकाली लकड़ी

वन अमले को नहर से लकडि़यां निकालने में खासीमशक्कत का सामना करना पड़ा।सागौन की मोटी-मोटी लकडि़यों को नहर से निकालने के लिए उन्हें रस्सियों से बांधकर ट्रैक्टर से खींचना पड़ा तब कहीं वन विभाग के कर्मचारियों को

सफलता मिल सकी। इस काम में वन विभाग के अमले को लगभग छह घंटे का समय

खपाना पड़ा। हालांकि वन अमले ने चोरों की कोशिश को नाकाम कर दिया थाजिससे टीम में उत्साह था।अमले के पहुंचते ही फायरिंगबताया जाता है कि मुखबिर की सूचना पर जैसे ही वन अमला घटना स्थल पर पहुंचा औरकार्रवाई करने लगा इसी दौरान जंगल में छिपे लकड़ी चोरोंने फायरिंग कर दी। संयोग से इस घटना में किसी को भी गोली नहीं लगी अन्यथा में कुछ भी होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता था। लकड़ी चोरों की तरफ से फायरिंग होते ही वन अमले ने भी हवा में एक गोली चलाई।जैसे ही लकड़ी चोरों को इस बात का अहसास हुआ कि वन अमला भी हथियारबंद हैतो वे वहां से भाग गए।

 

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